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Rajasthan Breaking News: गुर्जर नेता विजय बैंसला का बैठक से पहले बड़ा बयान, कहा- आज हम सरकार से वार्ता के लिए नहीं, उनका फीडबैक सुनने जाएंगे

 
Rajasthan Breaking News: गुर्जर नेता विजय बैंसला का बैठक से पहले बड़ा बयान, कहा- आज हम सरकार से वार्ता के लिए नहीं, उनका फीडबैक सुनने जाएंगे

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि आज शासन सचिवालय में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंड़ल की तीन मंत्रियों के सदस्यीय दल के साथ बैठक होने वाली हैै। इससे पहले गुर्जर नेता विजय बैंसला का बड़ा बयान सामने आया है। गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा है कि आज हम सरकार से वार्ता के लिए नहीं। उनका फीडबैक सुनने जाएंगे। क्योंकि वार्ता नहीं हो रही। हमने कल पॉइंट रख दिए। वार्ता तो तब होती है। जब लंबा डिस्कशन होता है। आज तो हम सुनने जाएंगे कि सरकार ने क्या किया। हमने कोई ज्ञापन नहीं दिया है। 2019 और 2020 का समझौता है। हम उसी को इम्प्लीमेंट करने की मांग कर रहे हैं। वो समझौता सरकार के पास ऑलरेडी रखा हुआ है।

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गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा है कि हमने कल सरकार को अपनी सारी बातें रख दीं। वो आज बताएंगे क्या फीडबैक है। कल की बैठक में सरकार ने बोला- हमें 24 घंटे का टाइम दीजिए। हम इस पर मंथन करके आपको बताएंगे। तो हमने सोचा 4 साल इंतजार कर लिया। एक दिन और सही। क्या फर्क पड़ता है। वो ही मुद्दे हैं। जो पहले थे। कुछ भी नहीं बदला है। मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और विधायक इंद्राज गुर्जर के विजय बैंसला पर सचिन पायलट को बदनाम करने के लिए टूल बनाए जाने के आरोपों पर कहा- उनकी वो जाने, उनका मालिक जाने। हमें इस पर कोई कमेंट नहीं करना है। मैं तो इतना कहूंगा जो समाज के साथ खड़ा है। हम उसके साथ खड़े हैं। यह समाज के बच्चों की बात है।

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बता दे कि आज दोपहर सचिवालय में सरकार ने फिर से बैठक के लिए गुर्जर प्रतिनिधियों को बुलाया है। गुर्जर नेता साल 2019 और 2020 में हुए समझौते के बिंदू लागू करने की मांग कर रहे हैं। इसमें भर्तियों में एमबीसी आरक्षण के लंबित केस, पुरानी भर्तियों में आरक्षण का फायदा दिलाने, बैकलॉग पोस्ट में आरक्षण देकर गुर्जर समाज के युवाओं की भर्ती करने, शैडो पोस्ट क्रिएट करने, गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान समाज के लोगों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने, एससी-एसटी की तर्ज पर एमबीसी के स्टूडेंट्स को मेडिकल में फीस में छूट देने, देवनारायण योजना जैसे मुद्दे शामिल हैं।