Aapka Rajasthan

Rajasthan Breaking News: प्रदेश में सियासी नियुक्तियों को लेकर फिर शुरू हुई चर्चा, प्रमुख बोर्ड निगम और UIT में अभी बाकी नियुक्तियां

 
Rajasthan Breaking News: प्रदेश में सियासी नियुक्तियों को लेकर फिर शुरू हुई चर्चा, प्रमुख बोर्ड निगम और UIT में अभी बाकी नियुक्तियां

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि सीएम अशोक गहलोत के दिल्ली दौरे ने सियासी नियुक्तियों को लेकर एक बार फिर से चर्चा बनी हुई है। अभी भी कुछ प्रमुख बोर्ड, निगम, एडीए और यूआईटी में नियुक्तियां बाकी है। संभावना है कि इस माह में 1 दर्जन से अधिक नामों की तीसरी सूची सामने आ सकती है। अभी भी कई दिग्गज नेता सियासी नियुक्तियों से वंचित है और उनकी इच्छा है कि जल्दी इन नियुक्तियों को संपन्न किया जाएं। हालांकि सीएम गहलोत का मौजूदा दिल्ली दौरा राज्यसभा चुनाव और कांग्रेस के राष्ट्रीय चिंतन शिविर को लेकर किया गया है।

सीएम गहलोत ने की जल जीवन मिशन योजना की अवधि बढ़ाने की मांग की, पीएम नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र

01

सीएम अशोक गहलोत के दिल्ली दौरे ने सियासी नियुक्तियों की चर्चा को फिर से शुरू कर दिया है। तीसरी सूची इंतजार कर रहे नेताओं को उम्मीद है कि दिल्ली दौरे में नामों पर मुहर लगेगी। बहरहाल सीएम गहलोत के दिल्ली दौरे मकसद राज्यसभा चुनाव की रणनीति और राजस्थान में आगामी दिनों में होने वाला कांग्रेस के राष्ट्रीय चिंतन शिविर है। राष्ट्रीय चिंतन शिविर में आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति पर बात होगी। राज्यसभा चुनावों के तहत इस साल राजस्थान से चार सीटें खाली हो रही और जून में इनके चुनाव कराए जा सकते है। कांग्रेस में चर्चा है कि एक उम्मीदवार दिल्ली की पसंद का होगा और दो राजस्थान से, हालांकि अंतिम फैसला आलाकमान को लेना है। इन सब के बीच चर्चा है सियासी नियुक्तियों को लेकर तीसरी सूची के जारी किए जाने की भी संभावना है।

अलवर के तिजारा में EO की गाड़ी में मिले 7.50 लाख रूपए, ACB ने रूपए जब्त कर की मामले की जांच शुरू

02

आपको बता दें कि एक साल के लंबे इंतजार के बाद राजनीतिक नियुक्तियों का दौर शुरू हुआ और 50 से ज्यादा बड़े नेताओं व कार्यकर्ताओं को बोर्ड-निगम और आयोगों में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।  इसमें पहली बार 15 विधायकों को भी बोर्ड निगमों और आयोगों में एडजस्ट किया गया। लेकिन अभी भी प्रदेश कांग्रेस में दो दर्जन से ज्यादा दिग्गज नेता ऐसे हैं जिन्हें राजनीतिक नियुक्तियों से दूर रखा गया है, इनमें कई नेता तो ऐसे हैं जो काफी प्रभावशाली और जनाधार वाले माने जाते हैं और पार्टी में मंत्री विधायक और सांसद तक रह चुके हैं। बड़े चेहरों की राजनीतिक नियुक्तियों में अनदेखी को लेकर सियासी गलियारों में भी चर्चाएं खूब हुई। लेकिन अब लगता है कि इनको भी तीसरी सूच के जरिए राजनीतिक नियुक्तियां दी सकती है।