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Rajasthan Breaking News: राइट टू बिल के विरोध बंद की घोषणा, इमरजेंसी को छोड़कर 22 और 23 जनवरी सभी काम होंगे बंद

 
Rajasthan Breaking News: राइट टू बिल के विरोध बंद की घोषणा, इमरजेंसी को छोड़कर 22 और 23 जनवरी सभी काम होंगे बंद

जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि राज्य के अस्पतालों ने स्वास्थ्य का अधिकार बिल के विरोध मे 22 व 23 जनवरी को मेडिकल बंद की घोषणा की है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन यह बंद सांकेतिक रहेगा। जिसमें जयपुर के समस्त चिकित्सा संस्थान, अस्पताल, क्लिनिक, डायग्नॉस्टिक सेन्टर्स में 2 घंटे ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी। उन्होंने चेतावनी दी कि इसके बाद भी राज्य सरकार के रवैये में बदलाव नहीं होता है तो संपूर्ण बंद के साथ समस्त सरकारी योजनाओं का बहिष्कार किया जाएगा।

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प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी सोसायटी सचिव डॉ.विजय कपूर ने बताया कि 22 जनवरी को सांकेतिक बंद रहेगा। जबकि आईएमए जयपुर ब्रांच और आईएमए राज्य ब्रांच के मीडिया प्रभारी डॉ. अनुराग शर्मा एवं डॉ संजीव गुप्ता ने बताया कि आईएमए की ओर से इसस पहले 22 जनवरी को संपूर्ण राजस्थान में प्रात: 8 से सायं 8 बजे तक सांकेतिक बंद किया जाएगा। इसमें राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन, मेडिकल प्रेक्टिशनर्स सोसायटी और अन्य संगठनों के भी शामिल होने की संभावना है। इसकी आधिकारिक घोषणा 21 जनवरी की शाम तक होने की संभावना है। 

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चिकित्सकों का कहना है कि राजस्थान सरकार हठधर्मिता के कारण राइट टू हेल्थ बिल को चिकित्सकों की बिना राय के ही चिकित्सकों पर थोपना चाहती है। 18 जनवरी को चिकित्सा सचिव की अध्यक्षता में सभी चिकित्सा एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ हुई मीटिंग के बाद भी प्रवर समिति के अध्यक्ष चिकित्सा मंत्री का वक्तव्य कि सरकार चिकित्सकों से नहीं जनता से बनती है खेद जनक है। इससे सरकार की मंशा जाहिर होती है। 23 जनवरी को विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने के साथ ही प्रवर समिति की बैठक होनी है। उस दिन चिकित्सक वर्ग मंत्री के इस बयान विरोध करेगा। आईएमए राजस्थान ने इससे पहले 22 जनवरी को सभी चिकित्सा संस्थानों में प्रातः 8 से सायं 8 तक सांकेतिक बंद रखने का आह्वान किया जाता है।