Rajasthan Breaking News: प्रदेश के 4 चिकित्सा महाविद्यालयों में फिंगरप्रिंट लैब को सीएम गहलोत ने दी मंजूरी, 23 करोड़ 40 लाख रूपए किए स्वीकृत
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर स्थित चिकित्सा महाविद्यालयों में फिंगरप्रिंट लैब की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस लैब के लिए 23 करोड़ 40 लाख रूपए की राशि को स्वीकृति दी है। इन 4 चिकित्सा महाविद्यालय में फिंगरप्रिंट लैब के स्थापित होने से आपराधिक प्रकरणों के सटीक और त्वरित अनुसंधान में सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में लंबित गंभीर आपराधिक प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के लिए चिकित्सा महाविद्यालयों में डीएनए फिंगरप्रिंट सुविधाओं का विस्तार करने की घोषणा की थी। इस राशि से महाविद्यालयों में फिंगरप्रिंट लैब के निर्माण के लिए सिविल वर्क, लैब के संचालन के लिए विभिन्न उपकरण, फर्नीचर, कैमिकल और कन्ज्यूमेबल आइटम की खरीद होगी। साथ ही आवश्यक विभिन्न संवर्गों के पदों का सृजन किया जाएगा।
उक्त राशि से महाविद्यालयों में फिंगरप्रिंट लैब के निर्माण के लिए सिविल वर्क, लैब के संचालन हेतु विभिन्न उपकरण, फर्नीचर, कैमिकल एवं कन्ज्यूमेबल आइटम की खरीद तथा आवश्यक विभिन्न संवर्गों के पदों का सृजन किया जाएगा।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 30, 2022
मुख्यमंत्री गहलोत की इस स्वीकृति से राज्य में आपराधिक प्रकरणों के सटीक, प्रभावी और त्वरित अनुसंधान में सहायता मिलेगी। साथ ही पीड़ितों को कम समय में न्याय मिल सकेगा। बता दे कि प्रदेश में इसकी लगातार मांग उठ रही थी। प्रदेश में फिंगरप्रिंट लैब की कमी के चलते गंभीर आपराधिक प्रकरणों का निस्तारण समय पर नहीं हो पा रहा था। इसको लेकर लगातार डिमांड उठ रही थी कि चिकित्सा महाविद्यालयों में डीएनए फिंगरप्रिंट सुविधाओं का विस्तार किया जाए। जिसके चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की 4 चिकित्सा महाविद्यालयों में डीएनए फिंगरप्रिंट सुविधा का विस्तार करते हुए इसकी अनुमति दी है।