Rajasthan Breaking News: सीएम गहलोत ने बीजेपी पर लगाया नोट बंदी के जरिए भ्रष्टाचार बढ़ाने का आरोप, कहा- ट्रक में पैसे भरकर भेजती पैरामिलिट्री फोर्स
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के मौक पर जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर नोट बंदी के जरिए भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का बड़ा आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि, देश में करप्शन खत्म करने के लिए नोट बंदी की गई थी लेकिन पांच सौ और एक हजार के नोट का चलन बंद करके, दो हज़ार का नोट लाया गया जबकि सब जानते हैं कि दो हजार का नोट कम जगह घेरता है। सीएम गहलोत ने बताया है कि गोवा में मणिपुर में अरुणाचल प्रदेश में फिर कर्नाटक और मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सरकारी बदल दी गई। ये सरकारें आलू प्याज से नहीं बदली गई। ये बड़े बड़े सूटकेस के अंदर जो था उससे बदली गई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर नोट बंदी के जरिए भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, पैरामिलिट्री की फोर्स ट्रक में भरकर बॉक्स में पैसा लाते हैं, जिसे बीजेपी के दफ्तर के पीछे से अंदर लाया जाता है। पैसों की गाड़ी पुलिस की होती है। इनकी सिक्योरिटी है इनकी सुरक्षा है पकड़ेगा कौन ये एक बड़ा षडयंत्र है जो चल रहा है लेकिन अंतिम जीत हमारी होगी। गोवा में मणिपुर में अरुणाचल प्रदेश में फिर कर्नाटक और मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सरकारी बदल दी गई. ये सरकारें आलू प्याज से नहीं बदली गई है, ये बड़े बड़े सूटकेस के अंदर जो था उससे बदली गई है।
वही दूसरी राजस्थान के जालोर जिले में स्कूल टीचर की पिटाई से 9 साल के दलित छात्र की मौत के बाद कांग्रेस में खलबली है। सत्ताधारी पार्टी के बारां के अटरू से विधायक पानाचंद मेघवाल ने इस घटना से आहत होकर पार्टी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा भेज दिया है। देश प्रदेश के सिस्टम को कटघरे में खड़ा करते हुए दलित कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने यह लिखित इस्तीफा सीएम को भेजा है। उन्होंने अपने पत्र में साफ लिखा है कि भारत देश अपनी आजादी के 75 साल पूरे कर रहा है। देश आजादी के अमृत महोत्सव को पूरे हर्षोल्लास से मना रहा है। लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी प्रदेश में दलित और वंचित वर्ग पर लगातार हो रहे अत्याचारों हो रहे हैं। पानाचंद ने कहना है कि ऐसी घटनाओं से मेरा मन काफी आहत है। मेरा समाज आज जिस प्रकार की यातनाएं झेल रहा है। उसका दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।