Rajasthan Breaking News: बीजेपी नेता किरोड़ी मीणा का सीएम गहलोत पर जुबानी हमला, राज्य सरकार पर लगाया पक्षपात का आरोप
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि राज्यसभा सदस्य और बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली में किरोड़ी लाल मीणा पर दिए बयान का भी किरोड़ी ने तल्ख अंदाज में जवाब देते हुए कहा है कि धमाल तो अब राजस्थान में ईडी का होगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्होंने सबसे पहले पैसे के अवैध लेनदेन का आरोप लगाया था और ईडी की तरफ से दर्ज एफआईआर से यह सही भी साबित हो रहा है। किरोड़ी ने कहा कि राजस्थान में अब ईडी का धमाल होने वाला है। किरोड़ी ने कहा कि इसकी आवाज गहलोत साहब के घर तक जाएगी।
बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि वे तो जनता से जुड़े मुद्दों को आवाज देते हैं और गहलोत साहब उन्हें गिरफ्तार करके जेल में डाल देते हैं। किरोड़ी ने भरतपुर से दलितों के पलायन का मुद्दा भी उठाया तो धौलपुर के बाड़ी से विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि धमाल तो कांग्रेस पार्टी के विधायक करते दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि एईएन की हड्डियों में 20 से ज्यादा फ्रैक्चर हैं जबकि मुख्यमंत्री कह रहे हैं की 6-7 फ्रैक्चर ही हुए हैं। किरोड़ी ने कहा कि 6 -7 फ्रैक्चर होना भी बड़ी बात है। किरोड़ी ने राज्य सरकार पर पक्षपात के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी नया नाम दे दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री को गहलोत खां और गहलोत अहमद की संज्ञा देते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह पक्षपात कर रही है। किरोड़ी ने कहा कि करौली की घटना के बाद सरकार का पक्षपात और ज्यादा उजागर हो गया है।
ग्रेटर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर का जमानती आदेश खारिज, अतिरिक्त सत्र न्यायालय ने आदेश पर लगाई रोक
बीजेपी में मुख्यमंत्री के कई दावेदार होने के सवाल पर किरोड़ी ने कहा कि उनकी पार्टी पूरी तरह एकजुट है। अपने आंदोलनों को लेकर भी किरोड़ी बोले कि हर आंदोलन की जानकारी प्रदेश नेतृत्व दी है और इसीलिए गहलोत साहब बौखला कर दिल्ली में बयान दे रहे हैं। किरोड़ी ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व ने मुझे त्वरित प्रतिक्रिया वाले मुद्दों पर तत्काल एक्टिव होने के लिए कह रखा है और मेरे लिए इस तरह के स्टैंडिंग ऑर्डर भी हैं। मुख्यमंत्री के दावेदारों को लेकर किरोड़ी ने कहा कि बीजेपी में एक से ज्यादा दावेदार पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र के लिए अच्छे हैं।