Ganesh Chaturthi 2022: प्रदेशभर में आज धूमधाम से मनाया जा रहा गणेश चतुर्थी का पर्व, सीएम गहलोत और राज्यपाल कलराज मिश्र ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं
जयपुर न्यूज डेस्क। आज देशभर में गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। राजधानी जयपुर के मोती डूंगरी गणेश मंदिर और सवाई माधोपुर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर में आज भक्तों का मेला लगा हुआ है। श्रीगणेश चतुर्थी विघ्नराजए मंगल कारकए प्रथम पूज्यए एकदंत भगवान गणपति के जन्म का उत्सव पर्व है और प्रदेशभर में आज लोग गणेश जी की विशेष पूजा अर्चना कर रहें है। किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से पूर्व सर्वप्रथम भगवान श्री गणेश जी की स्मरण किया जाता है जिस कारण इन्हें विघ्नेश्वर, विघ्न हर्ता कहा जाता है। भगवान गणेश समस्त देवी देवताओं में सबसे पहले पूजे जाने वाले देवता हैं। इनकी उपासना करने से सभी विघ्नों का नाश होता है तथा सुख-समृद्ध व ज्ञान की प्राप्ति होती है।
सीएम अशोक गहलोत के जोधपुर दौरे का तीसरा दिन, आज सर्किट हाउस में सीएम करेंगे जनसुनवाई
आज प्रदेशभर के गणेश मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी जा सकती है। राजधानी जयपुर स्थित मोती डूंगरी गणेश मंदिर में कल देर रात से ही भक्त पंक्ति में खड़े होकर भगवान गणेशजी के दर्शन को खड़े है। लोग पैदल चलकर गणेश के दर्शन के लिए आ रहें है। आज जोधपुर दौरे पर पहुंचे सीएम गहलोत भी जनसुनवाई कार्यक्रम शुरू करने से पहले गणेश जी के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की है। सीएम गहलोत और राज्यपाल कलराज मिश्र ने गणेश चतुर्थी के पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी है।
सीएम अशोक गहलोत के जोधपुर दौरे का तीसरा दिन, जानिए राजस्थान से जुडी हर छोटी-बड़ी खबर बस 30 सेकंड में
भगवान गणपति ने माता-पिता के प्रति सदैव आदर एवं सम्मान का भाव रखा। इससे प्रेरणा लेकर हमें भी अपने बुजुर्गों, माता-पिता और बड़ों के प्रति सम्मान रखना चाहिए। इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील है कि वे गणेश चतुर्थी के पर्व को भाईचारे, सौहार्द्र एवं उल्लास के साथ मनाएं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 31, 2022
राज्यपाल मिश्र ने कहा है कि भगवान गणेश सभी प्रकार की विघ्न- बाधाओं को दूर करने वाले और मंगल करने वाले हैं। उन्होंने सभी से भक्ति और उत्साह के साथ गणेशोत्सव मनाते हुए सामाजिक एकता और बंधुता बढ़ाने के लिए संकल्पबद्ध होने का आह्वान किया है। सीएम गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि कोई भी नया काम शुरू करने से पहले गणेश जी की आराधना से आगे आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। उन्होंने कहा कि भगवान गणपति ने माता-पिता के प्रति सदैव आदर एवं सम्मान का भाव रखा। इससे प्रेरणा लेकर हमें भी अपने बुजुर्गों, माता-पिता और बड़ों के प्रति सम्मान रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील की कि वे गणेश चतुर्थी के पर्व को भाईचारे, सौहार्द्र एवं उल्लास के साथ मनाएं।