Congress President Election: सीएम अशोक गहलोत का कांग्रेस का अध्यक्ष बनना तय, सोनिया गांधी से मुलाकात कर की चर्चा
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के पहले कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव दिखाई देने वाला है। प्रदेश में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर सियासी हलचल मची हुई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कांग्रेस अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है। अगर गहलोत अध्यक्ष बन जाते हैं, तो दिल्ली में राजस्थान का रुतबा और बड़ा हो जाएगा। क्योंकि अभी तक बतौर मुख्यमंत्री देशभर में गहलोत अपनी अलग पहचान रखते हैं और आज के दौर में कांग्रेस के सबसे अनुभवी नेता माने जाते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का स्पष्ट संकेत देने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल सोनिया गांधी से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात के दौरान अध्यक्ष पद के चुनाव से जुड़े विषयों पर ही मुख्य रूप से चर्चा हुई है।
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आज मुझे पार्टी ने सबकुछ दिया है, हाईकमान ने सबकुछ दिया है, पिछले 40 साल, 50 साल से मैं पदों पर ही हूं, मेरे लिए अब कोई पद इम्पोर्टेंट नहीं है, मेरे लिए है कि किस प्रकार से मैं जो भी जिम्मेदारी मिलेगी मुझे या जो जिम्मेदारी मुझे लेनी चाहिए, वो मैं निभाऊंगा।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 21, 2022
बता दे कि सीएम गहलोत का पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और सोनिया गांधी सहित कई सीनियर नेताओं के साथ काम करने का लम्बा अनुभव रहा है। संगठन के अनुभव की बात करें तो जिलाध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक का सफर तय करने वाले जमीनी नेता के तौर गहलोत की पहचान है। कई बार केंद्रीय मंत्री, राज्यों के प्रभारी, संगठन महासचिव सहित अनुभव है। लेकिन बतौर कांग्रेस अध्यक्ष नई जिम्मेदारी उनको मिलने से दिल्ली में राजस्थान का सम्मान बढ़ेगा। सीएम अशोक गहलोत ने कल ऐसी पर चर्चा करने के लिए सोनिया गांधी से मुलाकात की है। मुलाकात से पहले गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का स्पष्ट संकेत दिया और कहा कि पार्टी के लोगों का जो फैसला होगा, उसे वह मानेंगे। दिल्ली एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि अगर मुझे नामांकन के लिए कहा जाएगा तो नहीं पीछे हटूंगा। सीएम गहलोत ने कहा कि 40-50 साल से किसी न किसी पद पर रहा हूं। मुझे किसी पद की लालसा नहीं है। मेरा वश चले मैं किसी पर नहीं रहूं। अब मैं पूरी तरह समर्पित भाव पार्टी और देश सेवा में जुटूंगा।
कांग्रेस पार्टी में एक व्यक्ति एक पद के सवाल पर सीएम गहलोत ने साफ कर दिया कि अध्यक्ष का ओपन चुनाव है। किसी तरीके से कोई नियुक्ति या अपॉइंटमेंट नहीं है अध्यक्ष का पद। मुख्यमंत्री, मंत्री या कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़कर अध्यक्ष बन सकता है। फिलहाल मैं मुख्यमंत्री हूं और उस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहा हूं और मुख्यमंत्री रहूँगा। गहलोत ने यह भी कहा कि वह कोच्चि जाकर राहुल गांधी को मनाने का आखिरी प्रयास करेंगे कि वह पार्टी अध्यक्ष का पद संभालें। उनका कहना था कि राहुल गांधी से बातचीत करने के बाद ही वह तय करेंगे कि आगे क्या करना है।
सीएम अशोक गहलोत दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद आज केरल में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे।