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जयपुर में लॉरेंस के शूटर समेत 22 बाल अपचारी जेल से हुए फरार, पुलिस ने 10 घंटे बाद 4 को दबोचा

 
जयपुर में लॉरेंस के शूटर समेत 22 बाल अपचारी जेल से हुए फरार, पुलिस ने 10 घंटे बाद 4 को दबोचा

जयपुर न्यूज़ डेस्क, ट्रांसपोर्ट नगर थाना अंतर्गत सेठी कॉलोनी में बाल (किशोर) सम्प्रेक्षण गृह से सोमवार तड़के करीब 4 साढ़े चार बजे कटर मशीन से लोहे की खिड़की काटकर 23 नाबालिग भाग गए। सभी नाबालिग मनोचिकित्सालय में पीडब्ल्यूडी चौकी की तरफ खिड़की से कूदकर अलग-अलग दिशा में भाग गए। भागने वालों में लॉरेंस का गुर्गा व जी क्लब पर अंधाधुंध फायरिंग करे वाला नाबालिग भी शामिल है और आशंका जताई गई कि इसी ने बाल सम्प्रेक्षण गृह में अपनी गैंग बना ली थी और लॉरेंस गैंग के बाहर रहने वाले गुर्गों नेे कटर मशीन व अन्य संसाधन उपलब्ध करवाए। भागने के कुछ घंटे बाद ही गुर्जर की थड़ी के पास रहने वाले व हत्या के मामले में बंद नाबालिग को उसके परिजन पकड़कर वापस ले आए। वहीं दोपहर करीब 2 बजे हरमाड़ा क्षेत्र में दूसरे नाबालिग को पकड़ा गया। जबकि लॉरेंस के गुर्गे सहित 21 नाबालिग की तलाश में अलग-अलग पुलिस टीम जुटी थी।

डेढ़ घंटे बाद पुलिस को दी सूचना

बाल सम्प्रेक्षण गृह के कर्मचारियों ने घटना के करीब डेढ़ घंटे बाद सोमवार सुबह 6 बजे पुलिस को बालअपचारियों के भाग जाने की सूचना दी। मौके पर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ, एडिशनल कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप, डीसीपी ज्ञानचंद यादव मौके पर पहुंचे। करीब दो घंटे पड़ताल करने के बाद पुलिस कमिश्नर जोसफ ने कहा कि करीब एक माह से साजिश रची जा रही थी। बाल अपचारियों ने स्टोर रूम की जिस खिड़की को तोड़ा, वह मोटे लोहे के सरियों से तीन लहर में बनी थी और उसे आसानी से नहीं काटा जा सकता। कटर मशीन से खिड़की को रोज थोड़ा-थोड़ा काटा गया। कमरे की तरफ वाली पहली लहर को कटर से काटा गया, लेकिन कटने वाली जगह पर जंग लगी मिली है, इससे आशंका है कि साजिश काफी दिनों से चल रही थी। रात को बालअपचारी तेज आवाज में टीवी चलाते थे, जिससे कटर मशीन की आवाज बाहर सुनाई न दे।

दो बार कमरे से भागने का प्रयास, इस लिए संदेह

कमिश्नर जोसफ ने कहा कि जनवरी माह में बालअपचारियों ने कमरे की दीवार तोड़कर भागने का प्रयास किया। सम्पे्रक्षण गृह के बाहर गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों की खटपट की आवाज सुनाई दी। पुलिसकर्मियों ने सम्प्रेक्षण गृह के केयर टेकर से संपर्क किया तो पता चला कि बालअपचारी कमरे की दीवार को तोड़ रहे हैं। तब भी सम्प्रेक्षण गृह के अधीक्षक को सुरक्षा पुख्ता करने के लिए कहा गया था। रविवार देर रात एक बजे ट्रांसपोर्ट नगर थानाधिकारी बाल सम्प्रेक्षण गृह में रोज की तरह गश्त करते हुए पहुंचे और वहां केयर टेकर को सतर्क रहने के लिए कहा था। इसके बाद रात ढाई बजे पीसीआर पुलिसकर्मी सम्प्रेक्षण गृह गश्त करते हुए पहुंचे और केयर टेकर को सतर्क किया था।

सीसीटीवी कैमरे में देखता रहा, सूचना नहीं दी

सम्प्रेक्षण गृह में तीन हिस्सों में बालअपचारी रहते हैं। मनोचिकित्सालय की तरफ वाले हिस्से में भागने वाले बालअपचारी तीन बैरक में रहते थे। यहां 16 से 18 वर्ष की उम्र के 57 बालअपचारी रहते हैं, जिनमें 23 भाग गए थे। अन्य हिस्सों में वे रहते हैं, जिन्होंने नाबालिग होने पर अपराध किया, लेकिन 18 वर्ष से अधिक उम्र के होने पर उन्हें यहां रखा जाता है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के बैरकों में नजर रखने के लिए एक पुलिसकर्मी छत पर और दो बाहर की तरफ तैनात रहते हैं। अन्य दोनों हिस्सों में 23 व 21 बालअपचारी हैं। तड़के करीब 4 बजे बालअपचारी खिड़की तोड़कर भागे, तब तीन केयर टेकर की ड्यूटी उक्त सम्पे्रक्षण गृह में थी। एक केयर परिसर में लगे 16 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देख रहा था, तब उसे एक कैमरे में भाग कर जाते हुए बालअपचारी नजर आए। इसके बाद भी किसी को सूचना नहीं दी। पुलिस ने केयर टेकर लादूराम व मान सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। वहीं केयर टेकर इन्द्रमल ने इस संबंध में रिपोर्ट दी है।

फैक्ट फाइल

- 57 बालअपचारी तीन कमरों (बैरक) में
- 23 भागे
- एक को परिजन लेकर पहुंचे
- एक को पुलिस ने पकड़ा
- अन्य में कुछ ने कहा हमारी जमानत होने वाली है, इसलिए नहीं भागे, कुछ ने कहा हम सोते रह गए

भागने वाले इन अपराध में पकड़े गए

- 5 बलात्कार में बंद
- 2 हत्या के मामले बंद
- 1 डकैती, आम्र्स एक्ट
- 1 हत्या के प्रयास में
- 12 चोरी के मामलों में बंद