Dungarpur में मां त्रिपुरा सुंदरी मंदिर दुनिया का इकलौता सिद्ध शक्तिपीठ जहां उत्तर मुखी सिंह पर विराजित है 18 भुजा वाली मां त्रिपुरा
डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क,नवरात्रि सोमवार से शुरू होगी। मां त्रिपुर सुंदरी मंदिर विश्व का एकमात्र सिद्ध शक्तिपीठ है, जहां मां वामांगसिंह यानी उत्तरमुख सिंह विराजमान हैं। बाकी मंदिरों में माता को दक्षिणमुखी सिंह की सवारी करते हुए देखा जाता है। इसके पीछे एक खास कारण यह भी है कि त्रिपुरा माता जब वामांग सिंह पर विराजमान होती हैं तो उन्हें महालक्ष्मी और सिंह को कुबेर के रूप में विराजमान माना जाता है।
इस कारण तंत्र पीठ के रूप में होने के कारण पूर्ण देवता के रूप में देखने पर माता का स्वरूप तांत्रिक के रूप में होता है। मां के इसी रूप में श्रीविद्या का यागिनी तंत्र और यागिनी मंडल भी विद्यमान है। नवग्रह, श्रीयंत्र पर विराजमान मां का वास्तविक स्वरूप और उत्तर दिशा की ओर मुख किए हुए सिंह को दर्शाने वाली यह मूर्ति विश्व का दुर्लभ और एकमात्र शक्तिपीठ है।
जब कोई भक्त यहां मनोकामना लेकर आता है तो मां उसकी मनोकामना पूरी करती हैं। इसलिए इसे राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी कहा जाता है। मां को राज देवी भी माना जाता है। यहां मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक वेद संस्कार किए जाते हैं।