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Dungarpur में एक महीने में 30 परिवारों के बचाए 7 लाख

 
Dungarpur में एक महीने में 30 परिवारों के बचाए 7 लाख

डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, समाज के समक्ष कई सारी चुनाैतियां काेराेना की पहली व दूसरी लहर के बाद आई है। नवंबर माह से फिर शादियों का दौर शुरू हो चुका है। शादी पर मेहमानाें काे छूट डेढ़ साल बाद मिली है, इससे लाेगाें काे राहत मिली है। काेराेना के चैलेजिंग समय के बीच मोड मेवाड़ा कलाल समाज सेवा संस्थान 10 इकाई डूंगरपुर ने अहम निर्णय लेते हुए शुभ कार्य में निमंत्रण पत्र छपवाने व बंटवाने काे प्रतिबंधित कर दिया है।

अकेले नवंबर में करीब 30 परिवारों के करीब सात लाख रुपए तक उनके इस निर्णय से बचा लिए। अब शादी वाले परिवाराें काे घर घर जाने की जरूरत नहीं है। सिर्फ माेबाइल के जरिये ही निमंत्रण दिया जा रहा है। माेड़ मेवाड़ा कलाल समाज इकाई संस्थान डूंगरपुर का क्षेत्र उदयपुर जिले के खेरवाड़ा, कनबई तक जुड़ा हुआ है।

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वहीं गुजरात राज्य में अरावली जिले तक जुड़ा हुआ है। 10 इकाई से जुड़े करीब 6 हजार परिवार है। समाज हित में लिए गए इस निर्णय से जहां धन की बचत हाे रही है, वहीं निमंत्रण पत्र बंटवाने का करीब एक माह का समय भी बच रहा है। माेड़ मेवाड़ा कलाल समाज के निर्णय से अन्य समाज काे भी प्रेरणा मिल रही है।

जानकारी के अनुसार शादियों के आयोजन में सबसे महत्वपूर्ण कठिन कार्य निमंत्रण पत्रिका बांटना है। विवाह समारोह के आयोजकों की व्यस्तता एवं समाज के अधिकांश समाज के लाेग व्यापार का कार्य करते हैं। दूर दराज के क्षेत्रों में निवास करते हैं। उन तक निमंत्रण पत्र पहुंचाना एक चैलेंजिंग कार्य समाज के पदाधिकारियाें ने महसूस किया।

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विवाह समारोह की निमंत्रण पत्र के वितरण पर काफी विचार विमर्श केंद्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों एवं इकाई प्रमुख बंधुओं की बैठक में किया। सभी के सुझाव के अनुसार निर्णय लिया गया कि टेक्नाेलाॅजी के इस युग में मोबाइल का उपयोग कर इसी के जरिये समस्त रिश्तेदारों को निमंत्रण देकर विवाह समारोह में आमन्त्रित किया जा सकता है।

साेशल मीडिया के माध्यम से भी निमंत्रण दिया जा सकता है। तकनीक के जमाने में निमंत्रण पत्र वितरण करने घर घर जाने की आवश्यकता नहीं है। इन तमाम बिंदुओं को विचार करने के बाद पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया। समय का सदुपयोग करते हुए बेटे-बेटियाें के विवाह के अवसर पर किसी भी तरह की कोई निमंत्रण पत्र नहीं छपवाते हुए मोबाइल का उपयोग करने के लिए कहा गया।