Aapka Rajasthan

Rajasthan Breaking News: दौसा में डॉक्टर की मौत पर बवाल, धारा 302 ने ली गोल्ड मेडलिस्ट डॉ. अर्चना शर्मा की जान

 
Rajasthan Breaking News: दौसा में डॉक्टर की मौत पर बवाल, धारा 302 ने ली गोल्ड मेडलिस्ट डॉ. अर्चना शर्मा की जान

दौसा न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि प्रदेश में दौसा की डॉ. अर्चना शर्मा की मौत के मामले पर बवाल होता दिखाई दिया है। राजस्थान के चिकित्सा मंत्री प्रसादी लाल मीणा ने कहा कि जो भी घटना घटी है वह दुखद है। उन्होंने प्रशासन की लापरवाही बताते हुए कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। पूरे मामले की जांच डिवीजनल कमिश्नर कर रहे हैं। जो भी इसमें कमियां पाई जाएंगी उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। मंत्री ने कहा कि महिला डॉक्टर के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज नहीं होना चाहिए था। ऐसा किया जाना पुलिस अधिकारियों की पूरी तरह से नासमझी है। अगर यह मुकदमा 302 में दर्ज नहीं होता तो शायद डॉक्टर अर्चना शर्मा की जान नहीं जाती।

नागौर में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, खींवसर पंचायत समिति के जेटीए पूनमचंद सुथार को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

01

आपको बता दें कि दौसा के लालसोट स्थित डॉ. अर्चना शर्मा का अस्पताल है। सोमवार को यहां डिलीवरी के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों के साथ अन्य लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया और फिर महिला के परिवार की ओर से पुलिस केस कराया गया। पुलिस ने धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज किया। इस घटनाक्रम के बाद गोल्ड मेडलिस्ट डॉ.अर्चना शर्मा तनाव में आ गई। अर्चना के पति डॉ. सुनीत उपाध्याय बताते हैं कि अर्चना गोल्ड मेडलिस्ट थीं और अच्छी सर्जन थीं, लेकिन आरोपियों की धमकियों से परेशान होकर वह तनाव में आग गई। उसे जेल जाने का डर सताने लगा और डिप्रेशन में आकर सुसाइड करने को मजबूर हो गई।

कोटा के केवल नगर में चाकू बाजी की घटना, पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

02


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डॉ. अर्चना शर्मा की आत्महत्या को दुखद बताया है। उन्होंने ट्वीट कर बताया है कि हम सभी डॉक्टरों को भगवान का दर्जा देते हैं। हर डॉक्टर मरीज की जान बचाने के लिए अपना पूरा प्रयास करता है परन्तु कोई भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना होते ही डॉक्टर पर आरोप लगाना न्यायोचित नहीं है। सीएम गहलोत ने भी यह सवाल उठाया है कि अगर इस तरह डॉक्टरों को डराया जाएगा तो वे निश्चिन्त होकर अपना काम कैसे कर पाएंगे? हालांकि प्रदेश के मुखिया होने के नाते उन्होंने इस चिंता के साथ ये भी साफ कहा है कि इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।