Rajasthan Breaking News:चुरु के सालासर बालाजी मंदिर के तोरण द्वार को तोड़ने पर बढ़ा मामला, बैकफुट पर आई गहलोत सरकार
चुरु न्यूज डेस्क। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि राजस्थान के चूरू जिले के सुजानगढ़ स्थित बरसों पहले बने सालासर बालाजी मंदिर के तोरण द्वार को गिराए जाने के मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ जहां बीजेपी सरकार को घेरने के लिए इस मुद्दा पर सीएम गहलोत से सवाल कर रही है। वहीं सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद ट्विटर पर भी यूजर्स कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपना रोष जता रहे है।
चुरू जिले में सालासर हनुमान जी मंदिर के प्रवेश द्वार को जेसीबी से गिराए जाने के बाद अब गहलोत सरकार बैकफुट पर आ गई है जबकि बीजेपी उग्र हो गई है। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर वहीं हनुमान चलीसा का पाठ शुरू कर दिया जिसके बाद गहलोत सरकार के मंत्री डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। चुरू जिले में सालासर हनुमान जी मंदिर के प्रवेश द्वार को जेसीबी से गिराए जाने के बाद अब विवाद शुरू हो गया और लोग गहलोत सरकार पर निशाना साध रहे हैं। ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर के प्रवेश द्वार को गिराए जाने से लोग नाराज हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद हिन्दू कार्यकर्ताओं ने सुजानगढ़-सालासर रोड को जाम कर के विरोध प्रदर्शन किया है।
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हंगामे के बाद डीएईएन बाबूलाल वर्मा और जेईएन नंदलाल मुवाल मौके पर पहुंचे। इसके बाद उनसे राम दरबार की प्रतिमा को तोड़ने का कारण पूछा गया। एईएन ने सड़क के चौड़ीकरण की बात करते हुए हाथ जोड़ कर माफ़ी मांगी है। एईएन नंदलाल मुवाल ने लोगों को आश्वासन दिया कि सड़क का काम पूरा होने के बाद जो प्रवेश द्वार बनाएगा, उसमें भी राम दरबार की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। लेकिन लोगों को अधिकारियों का यह तर्क रास नहीं आ रहा है। उनका कहना है कि यह समझ मे ही नहीं आया कि इसमें ऐसा गलत क्या था, जो इस तोरण द्वार का तोड़ना पड़ा है। सड़क चौड़ी होनी थी तो एक लेंन इसके पास भी तो बनवा सकते थे। इस मामले पर बीजेपी लगात्तार कांग्रेस पर हमलावर होती दिखाई दी है। इससे अब गहलोत सरकार बैकफुट पर नजर आई है।