Lok Devta Veer Gogaji: राजस्थान के प्रसिद्ध लोक देवता गोगाजी का आज शेखावाटी में मेला, जहरीले जीवों को गले में लटका कर आते है भक्त
जयपुर न्यूज डेस्क। राजस्थान एक रंगीला प्रदेश है और यहां की संस्कृति व मान्यताएं देश में अपनी अलग पहचान रखती है। राजस्थान के लोग कई लोक देवता अपनी विशेष पहचान बनाए हुए है। जिसमें शेखावाटी क्षेत्र में गोगाजी एक प्रसिद्ध लोक देवता के रूप में पूजे जाते है। इन्हे सांपों का देवता भी कहा जाता है। शेखावाटी के लोक देवता जाहर वीर गोगाजी का मेला आज है। आज के दिन हर एक गांव ढााणियों की गोगा मेड़ी पर मेले का अयोजन होता है। हजारों भक्त गोगाजी महाराज के शीश नवाते है। फतेहपुर के टीलें वाले गोगा जी की मेड़ी पर कल देर रात तक गोगा जी महाराज के भजनों की प्रस्तुतियां दी और यहाँ हजारों की संख्या मे लोगों ने जागरण मे शिरकत की है।
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— Prerna Media (@PrernaMedia) August 20, 2022
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फतेहपुर शेखावाटी में आज गोगाजी के मुख्य मेलें का आयोजन होगा। शेखावाटी में भरने वाले जाहर वीर गोगाजी के मेले में आज भी लोग जहरीले जीवों को गले में लटकाकर आते हैं। सांप और गौह को देखकर आम इंसान की कपकपी छूट जाती है। उन्हीं जीवों के फन और मुंह को गोगाजी के भक्त अपने मुंह में लेने से तनिक भी नहीं हिचकते हैं। इतिहास के पन्नें लोगों के जहन से भले ही धुंधले हो जाए लेकिन सैकड़ों बरस पुरानी मान्यताएं आज भी चिरस्थायी ही है। समय के साथ जीवन शैली में भले ही आमूलचूल बदलाव आ गया हो लेकिन कुछ मान्यताएं आज भी उसी रूप में निभाई जा रही है जैसी वे पहले निभाई जाती थी।
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ऐसी ही मान्यताओं और आस्था का मेला चूरू में लगने वाला जाहर वीर गोगाजी का मेला है। इस मेले में आज भी लोग जहरीले जीवों को गले में लटकाकर आते हैं। गोगाजी को सांपों का देवता कहा जाता है और उनके भक्तो पर जहर का असर नहीं होता है। इसलिए जिस सांप या गौह को देखकर आम इंसान की कपकपी छूट जाती है उन्हीं जीवों के फन और मुंह को गोगाजी के भक्त अपने मुंह में लेने से तनिक भी नहीं हिचकते हैं। कल रात को मेले के महाजागरण मे हजारों श्रृद्धालुओं ने धोक लगाई है। गोगा भक्त नृत्य करते हुए मन्दिर पहुंचे और श्रृद्धापूर्वक गोगाजी के समक्ष अपना शीश नवाया है। फतेहपुर शेखावाटी में आज गोगाजी के मुख्य मेलें का आयोजन होगा।