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Udaipur महिलाओं ने की स्नात्र पूजा, निकाली कल्पसूत्र की नगर परिक्रमा

 
Udaipur महिलाओं ने की स्नात्र पूजा, निकाली कल्पसूत्र की नगर परिक्रमा

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर  पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व के चौथे दिन शुक्रवार को केसरिया नाथ जैन मंदिर में स्नात्र पूजा महिला मण्डल ने मंगल गीतों के साथ की। खुशबू नलवाया व परिधि महेता ने नवकार महामंत्र के जाप कवे साथ स्नात्र पूजा का आगाज किया। आयोजन के मध्य में परमात्मा को रिझाने के लिए इन्द्र मल महात्मा, उदय सिंह महेता, कालू लाल बाबेल, जवाहरलाल नागोरी, कालू लाल महात्मा, अम्बा लाल, भूपेश महात्मा, भरत जारोली, दिलीप बाबेल आदि के साथ उपस्थित महिला मण्डल ने भजनों की प्रस्तुति देकर वातावरण को भक्तिमय बनाया। आयोजन के पूर्व परमात्मा केसरिया नाथ व नाकोड़ा भैरव देव की प्रतिमाओं की भव्य अंग रचना की गई। लाभार्थी महिला मण्डल ने भगवान की अष्ट पूजा व नवअंग पूजा कर आरती की। अष्ट पूजा के तहत जल, चंदन, पुष्प, धूप, दीप, अक्षत, नैवेद्य, एवं फल पूजा कर परमात्मा को अर्पित किया गया। कोषाध्यक्ष भरत जारोली ने सेवा कार्य करते हुए सभी व्यवस्थाओं का संचालन कर आगन्तुक सभी सहधर्मियों का स्वागत किया।

धरियावद. जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ के आठ दिवसीय पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व के चौथे दिन शुक्रवार को मंदिर उपाश्रय से नगर में कल्प सूत्र की नगर परिक्रमा निकाली गई। इसमे लाभार्थी परिवार कल्प सूत्र को सिर पर उठाए महावीर एवं जिनेंद्र भगवान के जयकारे लगाते चल रहे थे। कल्प सूत्र वाचन जुलूस विभिन्न मार्गों से होकर मंदिर उपाश्रय पहुंचा। जहां जैन साध्वी अर्चिता श्रीजी के सान्निध्य में कल्प सूत्र की ज्ञान पूजा, अष्टप्रकारी पूजा इत्यादि धार्मिक आयोजन हुए। नियमित प्रवचन माला के दौरान मंदिर उपासना में कल्प सूत्र का वाचन हुआ। इधर, शीतल नाथ जैन मंदिर में मूल नायक शीतल नाथ भगवान की अंग रचना का लाभ कन्हैयालाल, सज्जन सिंह, प्रताप एवं हनी मेहता परिवार द्वारा लिया गया। सुबह-शाम प्रतिक्रमण सामायिक के बाद रात्रि को मंदिर में धार्मिक, सांस्कृतिक भक्तिमय आयोजन हुए। पर्यूषण पर्व के पांचवें दिन शनिवार को मंदिर उपाश्रय में भगवान का जन्म वाचन मनाया जाएगा। जिसमें भगवान के जन्म के नाट्य मंचन के साथ 16 सपना की बोलियां एवं भक्ति संगीत का आयोजन होगा।