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महाकुंभ में परिवार से बिछड़ी उदयपुर की महिला, वीडियो में जानिए बिना मोबाइल के कैसे परिवार से मिली महिला ?

प्रयागराज महाकुंभ में भाग लेने गई उदयपुर शहर की एक महिला के लापता होने का डरावना मामला सामने आया है। महिला अपने पति, बेटी और ग्रुप के अन्य लोगों के साथ कुम्भ स्नान के लिए गई थी। स्नान के बाद वापस बस की ओर आते समय वह परिवार और ग्रुप के लोगों से बिछड़ गई और काफी ढूंढने पर भी परिवार के लोगों को नहीं मिली। इसके बाद महिला भटकते हुए यूपी पुलिस के पास पहुंची और उन्हें पूरा मामला बताया, मामला समझने के बाद उन्होंने उदयपुर पुलिस से सम्पर्क कर करीब 30 घंटे बाद महिला को उसके परिवार से मिलाया।   
 

 
महाकुंभ में परिवार से बिछड़ी उदयपुर की महिला, वीडियो में जानिए बिना मोबाइल के कैसे परिवार से मिली महिला ? 

उदयपुर न्यूज़ डेस्क - प्रयागराज में महाकुंभ में शामिल होने गई उदयपुर शहर की 62 वर्षीय महिला लापता हो गई। वह अपने पति, बेटी व समूह के अन्य सदस्यों के साथ देवनारायण ट्रैवल्स की बस में गई थी। स्नान के बाद बस में वापस आते समय वह अपने परिवार व समूह के सदस्यों से बिछड़ गई। बेटे को पता चला तो वह अपने दोस्तों के साथ महाकुंभ के लिए निकल पड़ा और सोशल मीडिया पर मां के लापता होने की पोस्ट भी शेयर की। भटकते हुए महिला यूपी पुलिस के पास पहुंची। पुलिस ने उदयपुर के प्रतापनगर पुलिस को भी सूचना दी। इसके बाद बस मालिक से संपर्क कर परिजनों का नंबर लिया गया और महिला के बारे में जानकारी दी गई। करीब 30 घंटे बाद महिला अपने परिजनों से मिली।

13 फरवरी को उदयपुर से रवाना हुए थे
उदयपुर शहर के बोहरा गणेशजी स्थित वृंदावन नगर में रहने वाले ललित (सीए) ने बताया कि उनकी मां 62 वर्षीय भुवनेश्वरी शर्मा, 65 वर्षीय पिता सत्यनारायण शर्मा (सेवानिवृत्त ग्रामोद्योग प्रचार अधिकारी), बहन प्रतिभा करीब 25 लोगों के समूह के साथ 13 फरवरी को देवनारायण ट्रैवल्स की बस से प्रयागराज के लिए रवाना हुए थे। 14 फरवरी को देर रात बस प्रयागराज पहुंची। इसके बाद समूह के सभी लोग संगम स्नान के लिए पैदल ही निकल पड़े। स्नान के बाद 15 फरवरी की सुबह बस में वापस आ रहे थे। बहन ने मां का हाथ पकड़ रखा था। दारागंज के पास भीड़ छंटने पर मां ने बहन का हाथ छोड़ दिया। तभी पीछे से धक्का लगा और मां भीड़ में गुम हो गईं।

सोशल मीडिया पर मां की फोटो शेयर की
ललित ने बताया कि बहन ने फोन पर सूचना दी। इसके बाद वह बड़े भाई, जीजा और 2 दोस्तों के साथ कार से प्रयागराज के लिए निकल पड़े। उन्होंने अपने सोशल अकाउंट पर मां का फोटो और कॉन्टैक्ट नंबर भी डाला। ताकि किसी को पता चले तो बता सके। मां के पास मोबाइल नहीं था। मां को किसी का नंबर याद नहीं था। मां को ट्रैवल्स बस का नाम जरूर याद था। इससे काफी मदद मिली।

ट्रैवल एजेंसी से नंबर लिया, फिर मां से बात कराई
मां भीड़ में इधर-उधर परिजनों को तलाशती रही। इसी बीच यूपी पुलिस ने उसे अकेला और परेशान देखकर उससे पूछताछ की। मां ने उन्हें पूरी कहानी बताई। उन्होंने उदयपुर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में फोन कर ट्रैवल्स बस का नाम बताया। ट्रैवल्स बस के मालिक गोविंद से संपर्क कर बस में सवार यात्रियों की सूची और फोन नंबर मांगे। इसके बाद रविवार रात साढ़े नौ बजे संपर्क कर मां से बात कराई। ऐसा करते-करते करीब 30 घंटे बाद मां मिल गई।