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Udaipur सितंबर में 90 दिन में 5 सोमवार, नवंबर में आएगा सिर्फ एक

 
Udaipur सितंबर में 90 दिन में 5 सोमवार, नवंबर में आएगा सिर्फ एक

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, मनसा महादेव व्रत अनुष्ठान 8 अगस्त को श्रावण शुक्ल चतुर्थी से शुरू होगा। इसका उद्यापन 5 नवंबर को कार्तिक शुक्ल चतुर्थी को होगा। लोक जीवन में सोलह सोमवार कहे जाने वाले इस व्रत अनुष्ठान में लगातार दूसरे साल 16 की जगह 13 सोमवार ही होंगे। इसका कारण श्रावण चतुर्थी से कार्तिक चतुर्थी तक 90 दिन की अवधि में तिथियों का बढ़ना-घटना है। ज्योतिषियों का सुझाव है कि जो भक्त 16 व्रतों का संकल्प लेते हैं, वे चतुर्थी के अलावा पूर्णिमा पर व्रत करके अपना संकल्प पूरा कर सकते हैं। पंडित जितेंद्र त्रिवेदी बताते हैं कि ऐसा कम ही होता है कि मनसा महादेव चतुर्थी व्रत में सभी 16 सोमवार आ जाएं। हर बार एक-दो सोमवार कम होते हैं, क्योंकि दिन घटने पर तिथियां कम होती जाती हैं। ऐसे में यदि दो चतुर्थी (श्रावण व कार्तिक) भी जोड़ दी जाएं और एक सोमवार कम हो तो बीच में पूर्णिमा जोड़कर व्रत 16 दिन तक किया जा सकता है।

शास्त्रीय मान्यता यह भी है कि यदि तय दिन में समय कम हो तो उसे शुभ तिथि में जोड़कर पूरा किया जा सकता है। बता दें कि मेवाड़-वागड़ अंचल में हजारों श्रद्धालु नर-नारी और युवतियों की इस व्रत अनुष्ठान में अपार आस्था है। पंचांग के अनुसार श्रावण शुक्ल चतुर्थी (8 अगस्त, गुरुवार) के बाद 12, 19 व 26 अगस्त, फिर सितंबर में 2, 9, 16, 23 व 30, अक्टूबर में 7, 14, 21 व 28 तथा नवंबर में कार्तिक शुक्ल चतुर्थी (5) को उद्यापन से पहले 4 तारीख को सोमवार आएगा। पिछले साल मनसा महादेव व्रत 20 अगस्त से शुरू हुआ था, जो कार्तिक शुक्ल चतुर्थी 17 नवंबर तक चला था। इस दौरान 13 सोमवार पड़े थे। तब यह व्रत रविवार को शुरू हुआ था, जबकि शुक्रवार को इसका समापन हुआ था। 9 अगस्त को नाग पंचमी, सूर्योदय से कुमार और अमृत योग: इस बार नाग पंचमी 9 अगस्त को होगी। इस दिन सूर्योदय से लेकर अगली सुबह 4:44 बजे तक कुमार योग रहेगा। ज्योतिष मतानुसार यह दिन काल सर्प योग पूजा, नाग बलि पूजा, नाग दोष, पितृ दोष आदि के निवारण के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। हालांकि नाग पूजा के लिए पूजा विधि सुबह 8:15 बजे के बाद ही करनी चाहिए, क्योंकि उससे पहले चतुर्थी तिथि लग जाएगी।