Udaipur 24 घंटे में हुई तेज बारिश के बाद जलाशयों में पानी की आवक जारी
फतहसागर हुआ 11.6 फीट: मदार नहर व बड़ी से पानी की आवक होने से फतहसागर का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। फतहसागर अब 11.6 फीट हो गया है। ऐसे में अब शहरवासियों को बेसब्री से फतहसागर के ओवरफ्लो होने का इंतजार है। पिछले साल जुलाई में ही फतहसागर ओवरफ्लो हो गया था। इधर, मोरवानिया से पानी की आवक होने से बड़ी तालाब भी छलकने के करीब पहुंच गया है। इसकी भराव क्षमता 32 फीट है जो लबालब हो गया है। स्वरूप सागर के चार गेट खुले हुए हैं और उदयसागर के भी गेट खुले हुए हैं।
मोरवानिया गांव की पुलिया टूटी, आवागमन हुआ बाधित: सीसारमा नदी बुधवार सुबह तक 12 फीट बह रही थी और गांव के बैजनाथ महादेव नीचे की पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा था। शहर के पास मोरवानिया गांव को जोड़ने वाली पुलिया पर मोरवानिया नदी में पानी के तेज बहाव से टूट गई। पुलिया टूटने का वीडियो भी वायरल हो गया। ऐसे में शहर की तरफ का संपर्क कट गया। ये पुल वर्ष 2007 में बना था जो टूट गया। इधर, कोडियात जाने वाले मार्ग पर अमरजोक नदी में भी तेज बहाव रहा।
सेमारी क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से नगर के 21 फीट भराव क्षमता वाले भीम सागर तालाब में 15 फीट पानी की आवक हुई। पानी की आवक से तालाब के अंदर गंगेश्वर महादेव जलमग्न हो गए। किसानों के चेहरों पर खुशी झलकने लगी।
देवपुरा क्षेत्र में दो दिन से हो रही बारिश से टीड़ी नदी में तेज पानी की आवक हुई है। जिससे गांव, फले को जोड़ने वाले पुल के ऊपर से पानी जा रहे है। ऐसे में कई गांवों का संपर्क टूट गया है।
गींगला जयसमंद झील को भरने वाली प्रमुख झामरी नदी में भी पानी की आवक हुई है। बुधवार को गींगला पुल के ऊपर से पानी गुजरा जो जयसमंद झील तक पहुंचा। गींगला पुल पर पानी का नजारा देखने दिनभर लोगों का जमावड़ा रहा।
खेरवाड़ा क्षेत्र के भाणदा तालाब के 2 वर्षों बाद लबालब होने की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
झाड़ोल बुधवार को झाड़ोल तालाब लबालब हो गया। जहां 6 इंच की चादर चल रही है। वहीं, कंथारिया तालाब भी ओवरफ्लो हो गया। यहां 2 इंच चादर चल रही है। रेनगेज के अनुसार बुधवार को 65 एमएम बारिश रेकॉर्ड की गई।
ऋषभदेव पिछले 24 घंटे में 167 एमएम बारिश होने से ऋषभदेव कस्बा जलमग्न हो गया। हाइवे पर पानी भरने से 2 से 3 घंटे आवागमन बाधित रहा। वहीं कागदर स्थित नदी में भी पानी की आवक हुई।
जावरमाइंस कस्बे के पास से गुजर रही टीडी नदी का जलस्तर देर रात बढ़ गया। जिससे सिंगटवाड़ा का नाका बाजार एवं दो नदी गांव टापू बन गए। नाका बाजार मुख्य सड़क पर 3 फीट पानी का बहाव चला।