Udaipur मूक-बधिर मरीज के मस्तिष्क से निकाला गया ट्यूमर, 16 घंटे चली सर्जरी

मरीज पूरी तरह से स्वस्थ: न्यूरोसर्जन डॉ. पंकज सोमानी ने बताया कि यह बीमारी सीपी एंगल ट्यूमर के नाम से जानी जाती है, जिसमें गांठ दिमाग की गहराई में होती है और जीवन के लिए अहम नसों के बीच फंसी रहती है। गांठ को निकालने के लिए अत्यधिक उच्च स्तर के सर्जिकल कौशल और सावधानी की जरुरत होती है। ऑपरेशन के बाद मरीज पूरी तरह स्वस्थ है। ट्यूमर पूरी तरह से हटा दिया गया है।
इसलिए जटिल था ऑपरेशन
ऑपरेशन बेहद जटिल था, क्योंकि ट्यूमर दिमाग के सबसे अहम हिस्से, जैसे- ब्रेन स्टेम, कई क्रेनियल नर्वर्ट्स और श्वसन व हृदय गति को नियंत्रित करने वाले केंद्रों पर दबाव डाल रहा था। इस तरह के ट्यूमर का ऑपरेशन अत्यधिक सावधानी, गहन सर्जिकल कौशल और अत्याधुनिक उपकरणों जैसे हाई-एंड माइक्रोस्कोप, कुसा मशीन, माइक्रो ड्रिल की जरुरत होती है।
इस टीम ने हासिल की सफलता
जटिल सर्जरी को डॉ. गौरव जायसवाल, डॉ. केजी लोढ़ा, और डॉ. पंकज सोमानी ने सफलतापूर्वक पूरा किया। एनेस्थीसिया टीम में डॉ. खेमराज मीणा, डॉ. संदीप शर्मा और उनकी टीम ने अहम भूमिका निभाई। टीम का कहना है कि प्रशासन के सहयोग से ही जटिल ऑपरेशन करने में सक्षम हो पाए। सर्जरी आरएनटी मेडिकल कॉलेज की उन्नत चिकित्सा सुविधाओं का श्रेष्ठ उदाहरण है।