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Udaipur सुखाड़िया पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया 7 माह में भी पूरी नहीं, 228 शोधार्थियों का साल बर्बाद

 
Udaipur सुखाड़िया पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया 7 माह में भी पूरी नहीं, 228 शोधार्थियों का साल बर्बाद

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, सेवानिवृत्त डीन पीजी प्रो.आरती बोलीं-दो बार विवि प्रशासन को साक्षात्कार की तारीखों का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन दीक्षांत व अन्य कारणों से टाल दियामोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में डॉक्टर ऑफ फिलॉसिफी (पीएचडी) की प्रवेश प्रक्रिया 7 महीने में भी पूरी नहीं हो पाई है। पीएचडी प्रवेश वर्ष-2024 की प्रवेश परीक्षा 23 फरवरी को हुई थी। परिणाम 4 माह बाद 24 जून को जारी किया गया। फिर भी साक्षात्कार की तारीखों की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। इसकी वजह से सफल हुए 228 शोधार्थियों का एक पूरा सत्र खराब हो गया।

इससे पहले वर्ष 2023 की पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया सिर्फ सवा दो माह में पूरी कर दी गई थी। सुविवि के डीन पीजी कार्यालय की लेटलतीफी ने इस बार कोरोना काल को भी पीछे छोड़ दिया है। जब कोरोना काल में साल 2021-22 की पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया साढ़े 4 माह में पूरी की गई थी। साल 2020 में भी प्रवेश प्रक्रिया 2 माह में पूरी की गई थी। प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह पूछने पर डीन पीजी प्रो. आरती प्रसाद का कहना है कि मैं तो 30 सितंबर को रिटायर हो गई। इससे पहले मैंने विवि प्रशासन के समक्ष दो बार साक्षात्कार की तारीखों का प्रस्ताव रखा था, लेकिन दीक्षांत समारोह व अन्य कारणों से साक्षात्कार की तारीखों का टाल दिया गया। अब नए डीन पीजी साक्षात्कार कराएंगे। हालांकि अभी नए डीन पीजी की नियुक्ति होनी बाकी है। बहरहाल, इससे सबसे बड़ा नुकसान पीएचडी के शोधार्थियों को उठाना पड़ रहा है। तीन साल के कोर्स में एक साल का समय बर्बाद होना तय है। इसका विवि के शोध कार्यों, शोध पत्रों के प्रकाशनों, शिक्षकों की पदोन्नति, शोधार्थियों के एक साल के समय पर विपरीत असर पड़ेगा।

प्रवेश परीक्षा वर्ष : 2020

पीएचडी प्रवेश परीक्षा की तारीख : 13 दिसम्बर 2020, पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया के परिणाम की घोषणा 29 जनवरी 2021 को की गई। साक्षात्कार की घोषणा 5 फरवरी 2021 को। साक्षात्कार 17 से 22 फरवरी के बीच संपन्न हुए।

कुल पद : 505, इस दौरान प्रो. बीएल आहुजा डीन पीजी थे।

प्रवेश परीक्षा वर्ष : 2021

पीएचडी प्रवेश परीक्षा की तारीख : 12 दिसंबर 2021,पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया के परिणाम की घोषणा : 9 मार्च 2022, साक्षात्कार की घोषणा की तारीख : 19 अप्रैल 2022, साक्षात्कार 26 से 27 अप्रैल 2022 के बीच हुए। कुल पद : विज्ञापन में उल्लेख नहीं। इस दौरान डीन पीजी प्रो. मदन सिंह राठौड़ थे।

प्रवेश परीक्षा वर्ष : 2023

पीएचडी परीक्षा की तारीख : 30 अप्रैल 2023, पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया के परिणाम की घोषणा : 23 मई 2023 , साक्षात्कार की घोषणा की तारीख : 30 जून 2023, कुल 223 पद के लिए साक्षात्कार 7 से 8 जुलाई के बीच हुए। इस दौरान डीन पीजी प्रो. नीरज शर्मा थे।

2022 में पीएचडी प्रवेश परीक्षा नहीं हुई।

समय पर सत्र नहीं, शोधार्थियों को हुए ये पांच बड़े नुकसान

01. पीएचडी के शोधार्थियों का एक साल का समय बर्बाद होगा, क्योंकि पूरा शैक्षणिक सत्र प्रभावित हो चुका है। इस एक साल की भरपाई होना संभव नहीं है।

02. विवि को शोधार्थियों से 60-80 लाख रुपए आय होती है, जिसका विवि को नुकसान हो रहा है।

03. शिक्षकों का काम अध्यापन और शोध कार्य कराना है। सत्र नहीं शुरू होने से शिक्षक शोध कार्य नहीं करा सकते। ऐसे में शिक्षकों को पूर्ण कार्य के बिना ही सैलरी मिलेगी।

04. इसका असर शिक्षकों के एपीआई स्कोर पर भी पड़ेगा, जिससे उनकी पदोन्नति अटकेगी। बिना पीएचडी कराए पदोन्नति नहीं मिलती है।

05. शोधार्थियों के अभाव में विवि में शोध पत्रों के प्रकाशन का ग्राफ भी गिरेगा, जिससे विवि की छवि खराब होगी।

एक बार परीक्षा नहीं, एक में कोरोना की अड़चन, दो बार समय हुई