Udaipur सरकारी स्कूल में चाकू मारने की घटना, मामला दर्ज
उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर शहर के भटि्टयानी चौहट्टा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में 14 दिन पहले चाकूबाजी में मारा गया 10वीं का नाबालिग छात्र अब भी हाजिरी रजिस्टर में जिंदा है। दूसरी ओर, आरोपी नाबालिग छात्र का नाम काटकर टीसी दे दी गई है। टीसी जारी करने से पहले स्कूल प्रबंधन ने आरोपी के परिजनों को सूचित किया और स्कूल बुलाया था, लेकिन कोई नहीं पहुंचा तो रजिस्टर्ड डाक के जरिये टीसी घर पर भिजवा दी गई।स्कूल प्रशासन को मृतक छात्र का मृत्यु प्रमाण-पत्र नहीं मिलने के कारण, उसका नाम हाजिरी रजिस्टर से नहीं काटा गया है। हालांकि, उसके नाम के आगे उपस्थिति वाले कॉलम में लंबी लाइन खींच दी गई है। विभाग के उच्चाधिकारियों या पुलिस की ओर से नाम काटने के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिले हैं।
कार्यवाहक प्रधानाचार्य अंजलि मीणा के मुताबिक मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त होने पर ही नाम हटाया जाएगा। बता दें कि 16 अगस्त को स्कूल परिसर में 10वीं के छात्र पर सहपाठी छात्र ने चाकू से कई वार किए, जिससे वह गंभीर घायल हो गया। इस मामले को लेकर हंगामा हुआ और वाहन फूंक दिए गए। प्रशासन ने करीब चार दिन तक इंटरनेट बंद रखवाया। बाद में 19 अगस्त को घायल छात्र ने दम तोड़ दिया था।
आपराधिक प्रवृत्ति के कारण दी टीसी, मृतक के मृत्यु प्रमाण पत्र का इंतजार
स्कूल ने आरोपी छात्र को आपराधिक प्रवृत्ति के चलते टीसी जारी की गई है। डीईओ माध्यमिक लोकेश भारती ने बताया कि तय प्रक्रिया से स्कूल के हाजिरी रजिस्टर से नाम हटाया जाता है व तय प्रक्रिया के तहत ही टीसी दी जाती है। छात्र की मृत्यु के मामले में प्रमाण पत्र आने के बाद शाला दर्पण सहित अन्य दस्तावेजों या रजिस्टर में इसे दर्ज किया जाता है और नाम हटाया जाता है। अगर कोई बच्चा लगाकर अनुपस्थित हो तो भी कारण जानकर आगे की कार्रवाई की जाती है। देवराज के बारे में कारण स्पष्ट है, फिर भी प्रोसेस के तहत ही नाम हटाया जाएगा। दूसरी ओर, कोई प्रार्थना पत्र आने पर टीसी दी जाती है या फिर बच्चा अनुशासनहीनता करे तो भी यह दे दी जाती है।