Udaipur कठपुतली कला से कुप्रथा पर लगाम लगाने का लोगों को दिया संदेश
उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर नन्ही उम्र खेलने, पढ़ने और आगे बढ़ने के लिए है। बचपन में बच्चों को बाल विवाह के दलदल में डालना पाप से कम नहीं होता है। बाल विवाह समाज पर कलंक है, हम सभी को मिलकर इसे मिटाना होगा। यह बात सलूंबर विधानसभा की नव निर्वाचित विधायक शांता देवी मीणा ने भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के आह्वान के समर्थन में समोडा में गायत्री सेवा संस्थान, उदयपुर एवं जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन एलाइंस के तत्वावधान में हुए ‘‘बाल विवाह मुक्त भारत’’ अभियान के कार्यक्रम में कही। राजस्थान बाल आयोग, राजस्थान सरकार के पूर्व सदस्य एव बाल अधिकार विशेषज्ञ डॉ. शैलेंद्र पण्ड्या ने बताया कि भारत सरकार द्वारा संचालित अभियान से निश्चित ही बाल विवाह की रोकथाम एवं जन-जागरूकता में सहायता मिलेगी।
जल्द ही ज़लिा प्रशासन के साथ मिलकर ग्राम पंचायतों को बाल विवाह मुक्त पंचायत बनाने का प्रयास किया जाएगा। राष्ट्रव्यापी अभियान का समर्थन करते हुए जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन (जेआरसी) के संस्थापक भुवन ऋभु ने पिछले वर्षों से बाल विवाह रोकने हेतु किए जा रहे प्रयासों में सरकार की पहल से काफी सहयोग मिलने की बात करते हुए कुप्रथा को समाप्त करने हेतु एकजुट होने का आह्वान किया। इस दौरान गायत्री सेवा संस्थान के सचिव सुभाष जोशी ने भी संबोधित किया। बताया कि ज़लिे के चयनित राजकीय स्कूलों में दिल्ली में चल रहे कार्यक्रम को प्रोजेक्टर से बाल विवाह मुक्त भारत की शपथ दिलवाई और शाम को समापन समोड़ा ग्राम पंचायत में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं मशाल यात्रा के साथ हुआ। सरपंच रमेश मीणा, उप सरपंच राजेंद्र बंजारा, छप्पन मण्डल अध्यक्ष व समाजसेवी भूरालाल पटेल, उमेश मीणा, अविनाश मीणा, मोहित मीणा ने विचार रखे। कार्यक्रम में टीम ने कठपुतली से बाल विवाह नहीं करवाने का संदेश दिया। संचालन शिक्षक भैरूलाल जोगी और धन्यवाद खेमराज प्रजापत ने दिया।