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Udaipur बिजली निगम कर्मचारियों को बिना किसी प्रावधान के उपभोक्ता मामले विभाग में किया गया विलय

 
Udaipur बिजली निगम कर्मचारियों को बिना किसी प्रावधान के उपभोक्ता मामले विभाग में किया गया विलय

बीकानेर न्यूज़ डेस्क, पिछली सरकार में खाद्य मंत्री के अनुमोदन पर बिजली निगम से उपभोक्ता मामले विभाग में डेपुटेशन पर आए चार कर्मचारियों को मर्ज कर स्थायी नियुक्ति दे दी गई। जबकि नियमों में ऐसा संभव ही नहीं है, क्योंकि निगम और सरकारी विभाग का पूरा स्ट्रक्चर ही अलग है। आपस में इनके कर्मचारी मर्ज नहीं हो सकते। अब यह मामला विवाद में आने के बाद प्रमुख शासन सचिव ए सावंत ने उपभोक्ता मामले विभाग में इनकी नियुक्ति निरस्त कर दी है। पिछले एक साल में यह चार कर्मचारी सतर्कता दल सहित कई प्रमुख पदों पर रहे हैं। खाचरियावास ने ही इन कार्मिकों को लेकर सतर्कता दल का गठन किया था। जबकि यह काम शासन सचिव लेवल के अधिकारी का है। मेहरबानी का आलम देखिए 4 साल में ही इन चार कर्मचारियों ने 3 प्रमोशन तक ले लिए।

राजपत्रित अधिकारी की पोस्ट पर लगा दिया

सहायक अभियंता प्रतीक सोनी, उनकी पत्नी कनिष्ठ अभियंता संध्या सोनी, सहायक अभियंता भूपराज जाटव, जितेंद्र सचदेवा शामिल हैं। प्रतीक सोनी ने तो सीधे सहायक नियत्रंक के पद का चार्ज लिया, अब संयुक्त नियत्रंक के पद पर है। बाकी तीन सहायक नियत्रंक बन गए। जबकि इस पोस्ट के लिए राजपत्रित अधिकारी होना जरूरी है।

ये चार कर्मचारी डेपुटेशन पर आए और स्थायी हो गए, 4 साल में 3 प्रमोशन लिए

1 प्रतीक सोनी - सहायक अभियंता, जोधपुर वितरण निगम निरीक्षक के रूप में प्रतिनियुक्ति पर आए, सीधे सहायक नियंत्रक पद पर लगे। बिना नोटिफिकेशन के उप नियंत्रक, फिर 2023 में संयुक्त नियंत्रक के पद भी नियुक्ति ली।

2 संध्या सोनी - कनिष्ठ अभियंता, जोधपुर वितरण निगम(प्रतीक की पत्नी)हैं। निरीक्षक के लिए प्रतिनियुक्ति पर आईं कुछ समय बाद ही सहायक नियत्रंक पद पर नियुक्ति ले ली। जयपुर में सहायक नियत्रंक के पद पर कार्यरत रही।

3 भूपराज जाटव - सहायक अभियंता, राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम में निरीक्षक के रूप में प्रतिनियुक्ति पर आए और सीधे सहायक नियंत्रक के पद पर विभाग में नियुक्ति ली। राजसमंद में सहायक नियत्रंक के पद पर रहे। जालोर का भी चार्ज था।

4 जितेंद्र सचदेवा- सहायक अभियंता, राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम में निरीक्षक पद पर प्रतिनियुक्ति पर आए सीधे सहायक नियत्रंक के पद पर विभाग में नियुक्ति ली। अजमेर में सहायक नियंत्रक पद पर रहे। इनको सीकर का भी अतिरिक्त चार्ज दिया गया था।