Udaipur ओवरलोड वाहनों में फर्जी नंबरों का खेल, छूट का फायदा नहीं उठा रहे लोग

हाल ही उदयपुर में चल रहे एक टेम्पो के नम्बर से कोटपुतली, सीकर व झुंझुंनू में तीन ओवरलोड ट्रोले चलने का मामला सामने आया है। उनके ओवरलोड के चालान यहां टेम्पो चालक तक पहुंचे तो इसका खुलासा हुआ।17 नवम्बर के अंक में ‘उदयपुर में टेम्पो, उसके नम्बर से तीन जिलों में दौड़ रहे ओवरलोड ट्रोले’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर में गड़बड़झाला उजागर किया गया था। इसमें बताया कि टेम्पो चल रहा उदयपुर में और उसके नम्बर पर कोटपुतली, सीकर व झुंझुंनूं में दौड़ रहे ओवरलोड वाहनों पर चढ़े हुए हैं। ये ट्रोले ओवरलोड होकर 55 टन क्रेशर गिट्टी ले जाते हुए राजस्व की चपत लगा रहे और उसका चालान यहां चल रहे 800 किलो क्षमता वाले टेम्पो के नाम फाड़ा जा रहा है। इस टेम्पो की तीनों जिलों ने आरसी ब्लॉक कर दी और यहां उदयपुर में इस टेम्पो को जब्त कर लिया। अनजान गरीब टेम्पो चालक पिछले डेढ़ साल से तीनों जिलों में अपनी आरसी अनलॉक करवाने के लिए मारा-मारा फिर रहा है।
राजस्थान में हाल में ओवरलोड वाहनों की कम्पाउंड राशि जमा करवाने के लिए सरकार ने पेनल्टी व ब्याज के अलावा 50 फीसदी राशि की छूट दी थी, लेकिन फिर भी 60 फीसदी वाहनों की राशि जमा करवाने कोई नहीं आए। जब धरपकड़ हुई तो वाहन सडक़ों से गायब मिले। अधिकांश वाहनों पर उनके असली नम्बर चढ़े हुए थे और ई-रवन्ना ओवरलोड के दौरान फर्जी नम्बर चढ़ा रखे थे। इसका खुलासा होने के बावजूद आज तक परिवहन व खान विभाग ने ऐसे वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि नियमानुसार ऐसे वाहनों के पकड़ में आने पर सीधी एफआइआर होनी चाहिए।