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Udaipur पुष्कर संयम शताब्दी शिखर सम्मेलन समारोह में दिनेश मुनि को स्वर्ण संयम आराधक पद से अलंकृत किया गया

 
Udaipur पुष्कर संयम शताब्दी शिखर सम्मेलन समारोह में दिनेश मुनि को स्वर्ण संयम आराधक पद से अलंकृत किया गया

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर जैनाचार्य श्री देवेन्द्र मुनि शिक्षण एवं चिकित्सा शोध संस्थान ट्रस्ट,श्री तारक जैन गुरू ग्रन्थालय उदयपुर के तत्वावधान में देशभर के सभी गुरू परिवारों द्वारा पुष्कर संयम शताब्दी शिखर समारोह एवं गुरुणी पुष्पवती जन्म शताब्दी समारोह हुआ। समारोह में सभी चरित्र आत्माओं ने गुरू पुष्कर मुनि महाराज एवं गुरुणी पुष्पवती का गुणावाद करते हुए उपस्थित श्रावकों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने का उपदेश दिया। गुरु भगवंतों ने कहा कि पुष्प का मतलब ही सुगंध है जो चारों ओर ज्ञान का सौरभ फैलाती है। ज्ञान और विद्वता की प्रतिमूर्ति पुष्पवती ऐसी विद्वान थी की श्रावक के तीन अक्षरों पर ही पूरे चौमासे में व्याख्यान दे देते थे।

भुवाणा स्थित देवेंद्र धाम में उप प्रवर्तक जिनेंद्र मुनि, श्रमण संघ के सलाहकार दिनेश मुनि,साध्वी सेवारत्न प्रिया दर्शनाश्री के सानिध्य में हुए समारोह में उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने भी गुरुजनों का आशीर्वाद लिया। इस दौरान देश के विभिन्न शहरों दिल्ली, सूरत,पाली,गुड़गांव,हरियाणा, गुजरात,महाराष्ट्र,कर्नाटक से टस्ट्री एवं श्रावक-श्राविकायें सहित अध्यक्ष अश्विन भाई दोशी, रमेश खोखावत, गगन सिसोदिया ने विचार रखे। स्वर्ण संयम आराधक पद से अलंकृत-समारोह में श्रमण संघीय सलाहकार दिनेश मुनि को संयम दीक्षा पर्याय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्ण संयम आराधक पद से अलंकृत किया गया।

इस अवसर पर महाश्रमण श्री जिनेंद्र मुनि द्वारा गुरु पुष्कर परिवार द्वारा दिनेश मुनि को आदर की चादर ओढ़ा कर अभिनंदन किया गया।समारोह में उपस्थित जन समूह ने खड़े होकर हाथ जोड़कर जय जय की ध्वनि से पंडाल गूंज मन कर दिया। कार्यकारी अध्यक्ष एवं उदयपुर की पूर्व मेयर रजनी डांगी ने स्वागत करत हुए कहा कि देवेन्द्र धाम में बच्चों का स्कूल,डिस्पेन्सरी, भोजनशाला, लाईब्रेरी, रीडर्स रूम, होम्योपैथी क्लिनिक चल रहे है। नये प्रोजेक्ट के रूप में 11वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिये बुक बैंक का शुभारम्भ किया जाएगा। इस अवसर पर उप महापौर पारस सिंघवी,मानसिंह रांका, विजय जैन ट्रस्टी, मुबंई,हिम्मत मेहता, सुरेश बड़ाला, विजय सिंह छाजेड़, रोशनलाल जैन,गर्वित सिसोदिया सहित सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थी।