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Udaipur बिल के लिए बच्चों को छुट्टी नहीं देने वाले अस्पताल सील, नहीं था लाइसेंस

 
Udaipur बिल के लिए बच्चों को छुट्टी नहीं देने वाले अस्पताल सील, नहीं था लाइसेंस

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर बिल नहीं चुकाने पर 8 साल के बच्चे को कई दिनों तक छुट्टी नहीं देने वाले जीवन ज्योति हॉस्पिटल को गुरुवार को चिकित्सा विभाग की टीम ने सीज कर दिया। हिरण मगरी सेक्टर-6 स्थित इस अस्पताल को सीज करने के पीछे लाइसेंस का अभाव बताया गया है। कार्रवाई से पहले यहां भर्ती मरीजों को एमबी अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल मालिक अमरीश कुमार ने खुद ही अस्पताल में ताला लगा दिया. इसके बाद विभागीय कर्मियों ने कागज चस्पा कर जब्ती की कार्रवाई की. कार्रवाई शाम करीब पांच बजे हुई. इस दौरान मालिक के अलावा प्रबंधन की ओर से दो अन्य लोग मौजूद थे.

हालांकि एक दिन पहले बुधवार शाम को कार्रवाई के दौरान सीएमएचओ डॉ. शंकरलाल बामनिया ने अस्पताल प्रबंधन को यहां भर्ती दो बच्चों के परिजनों को क्रमश: 1 लाख 93 हजार और 1 लाख 80 हजार रुपए लौटाने को कहा था. उस संबंध में चिकित्सा विभाग को कोई प्रगति नहीं मिली.सीएमएचओ डॉ. बामनिया ने बताया कि अस्पताल संचालक द्वारा भर्ती किए गए मरीजों को कार्रवाई से पहले ही रेफर कर दिया गया था। अस्पताल मालिक ने मरीजों के परिजनों को पैसे लौटाने का आश्वासन दिया है.

इससे पहले शाम को डिप्टी सीएमएचओ डॉ. अंकित जैन, एनएचएम यूपीएम वैभव सिरोहा, चिकित्सा प्रभारी मूलचंद मीना व राजेंद्र सोलंकी की टीम ने अस्पताल को सीज करने की कार्रवाई पूरी की। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. जैन ने अस्पताल मालिक को अस्पताल संचालन के लाइसेंस के लिए नए सिरे से आवेदन करने और आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने की सलाह दी। साथ ही बिना विभागीय निर्देश के अस्पताल नहीं खोलने की सलाह दी गयी. बता दें कि बुधवार शाम को सीएमएचओ और डिप्टी सीएमएचओ ने यहां शिकायत पर कार्रवाई की थी. विभाग को जानकारी थी कि एक निजी अस्पताल ने 8 साल के बच्चे को 60 हजार रुपये में निगरानी में रखा है. कार्रवाई के दौरान बांसवाड़ा से एक और मामला भी सामने आया.