Aapka Rajasthan

Udaipur तेंदुए की तलाश में वन विभाग, पुलिस, आर्मी और ग्रामीणों के सहयोग से मोर्चाबंदी

 
Udaipur तेंदुए की तलाश में वन विभाग, पुलिस, आर्मी और ग्रामीणों के सहयोग से मोर्चाबंदी

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर ‘आदमखोर’ पैंथर के एक के बाद एक हमलों में छह जनों की मौत होने से वन विभाग के आला अधिकारी सोमवार रात को ही उसे मारने का फैसला कर चुके थे। लेकिन इससे पहले कि लिखित में आदेश जारी होते मंगलवार सुबह पैंथर ने एक और महिला को अपना शिकार बना लिया। गोगुंदा रेंज में लगातार हुई घटनाओं के बाद सोमवार शाम को जयपुर से प्रधान मुय वन संरक्षक एवं मुय वन्यजीव प्रतिपालक पवन कुमार उपाध्याय और अतिरिक्त प्रधान मुय वन संरक्षक राजेश गुप्ता उदयपुर पहुंच गए थे। उन्होंने यहां अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें संभागीय मुय वन संरक्षक की ओर से भेजे गए पैंथर को मारने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। बैठक में जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक सहित वन विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में यह सहमति बनी कि पैंथर मानव के शिकार का अभ्यस्त हो गया है। जिसको पकड़ना एवं ट्रैंक्यूलाइज करना संभव नहीं हो रहा। ऐसे में पैंथर को मारा जाना उचित होगा। इस कमेटी की अनुशंसा पर मुय वन्यजीव प्रतिपालक उपाध्याय ने पैंथर को मारने की स्वीकृति जारी की। जिसका आदेश मंगलवार को जारी हुआ।

संयुक्त दलों ने जंगल में डाला डेरा: मंगलवार सुबह जैसे ही केलवो का खेड़ा गांव में कमला कुंवर (55) पत्नी ओम सिंह की पैंथर के हमले में मौत की खबर मिली तो प्रशासन में फिर हड़कप मच गया। जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल, पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल वन विभाग के जयपुर से आए अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने डीएफओ अजय चित्तौड़ा, उपखंड अधिकारी डॉ. नरेश सोनी, गिर्वा डिप्टी गजेंद्र सिंह राव, तहसीलदार ओम सिंह लखावत, विकास अधिकारी जितेंद्र सिंह राजावत आदि से स्थिति पर चर्चा की। अब आर्मी, वन विभाग और पुलिस की जॉइंट टीम बनाई गई है। जो अपनी-अपनी टीम के साथ जहां पैंथर ने महिला को मारा उसके सामने वाले जंगल में मोर्चाबंदी कर रहे हैं।