Udaipur यूआईटी सचिव समेत 5 अधिकारी-कर्मचारियों की 13 रसूखदारों से मिलीभगत, लगाई करोड़ों की चपत

40% जमीन सुविधाओं के लिए छोड़नी थी, लेकिन 20% छोड़ी गई
यूडीए अधिकारियों का कहना है कि यूआईटी के तत्कालीन अधिकारियों ने प्लान पास करते समय 60: 40 अनुपात के नियमों की पालना नहीं की। इस नियम के तहत भूमि मालिक को 40% जमीन सड़क-पार्क-प्राथमिक चिकित्सा-पार्किंग आदि के लिए छोड़नी होती है, जबकि शेष 60% जमीन पर प्लॉट आदि के प्लान मंजूर किए जा सकते हैं।ऑडिट में सामने आया है कि प्लानों का 80: 20 के अनुपात में अनुमोदन कर दिया गया। आयुक्त जैन के आदेशानुसार स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग ने नलाफला, वाड़ा, ढिकली के साथ रूपनगर में ऑडिट कर 530.40 करोड़ रुपए की राजस्व हानि पहुंचाने के तथ्य रखे हैं।
मीमो की प्रति भी दी
ऑडिट की जांच रिपोर्ट के अनुसार इस गड़बड़ी के जरिये यूआईटी (अब यूडीए) को 530 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ। आयुक्त की ओर से दिए गए नोटिस के साथ ऑडिट मीमो की प्रति भी संलग्न की गई है। सभी नोटिसों की प्रतिलिपि नगरीय विकास एवं आवासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव को भी भेजी गई है।