राजस्थान के इस जिले को जल्द मिलेगा High Tech बस स्टैंड, यात्रियों को मिलेंगी एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं

उदयपुर न्यूज़ डेस्क - उदयपुर शहर के 44 साल पुराने उदियापोल रोडवेज बस स्टैंड की सूरत जल्द बदलने वाली है। राजस्थान पथ परिवहन निगम (आरएसटीसी) इसे एयरपोर्ट की तरह हाईटेक बस टर्मिनल बनाने की योजना बना रहा है। इसमें ऑटोमेटिक टिकटिंग, वेटिंग लाउंज, सेंट्रलाइज्ड कूलिंग, आधुनिक शौचालय, फूड कोर्ट, कैफेटेरिया, सुपर मार्केट और गेम जोन जैसी सुविधाएं होंगी। सर्वे पूरा होते ही निगम जारी करेगा टेंडर इस प्रोजेक्ट के तहत बस स्टैंड की जमीन बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) मॉडल पर एक निजी कंपनी को दी जाएगी, जो डिजाइन, निर्माण, संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी लेगी। तय अवधि के बाद यह पूरा टर्मिनल परिवहन निगम के स्वामित्व में आ जाएगा। प्रोजेक्ट का सर्वे पीडीकोर कंपनी को सौंपा गया है, जिसने विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। सर्वे पूरा होते ही निगम टेंडर जारी करेगा।
1.11 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में फैला है बस स्टैंड
उदयपुर रोडवेज डिपो से मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के लिए 82 सीधी और कुल 300 बसों का संचालन होता है। यहां से हर दिन करीब 14,000 यात्री सफर करते हैं। बस स्टैंड 1,11,000 वर्ग फीट क्षेत्र में फैला है, जिसका आधा हिस्सा डिपो भवन के लिए आरक्षित है। नए प्रोजेक्ट के तहत आधे क्षेत्र में बसें चलेंगी, जबकि शेष क्षेत्र में दुकानें, मॉल, कैफेटेरिया, पार्किंग और यात्री सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
दो महीने में पूरा होगा सर्वे
फिलहाल सर्वे के जरिए यात्रियों और बसों के प्रवेश-निकास, स्टाफ के रहने-खाने और अन्य बुनियादी जरूरतों की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। यह सर्वे दो महीने में पूरा होगा, जिसके बाद अनुमानित लागत का निर्धारण कर टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।
क्यों है हाईटेक सुविधाओं की जरूरत
उदयपुर एक प्रमुख पर्यटन और व्यापारिक केंद्र है, जहां हवाई, रेल और सड़क संपर्क उपलब्ध है। महाराणा प्रताप एयरपोर्ट (डबोक) पहले से ही विकसित है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए 145 एकड़ अतिरिक्त भूमि अधिग्रहित की गई है।
अमृत भारत योजना के तहत आधुनिकीकरण जारी
अमृत भारत योजना के तहत शहर के रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण जारी है। यहां लिफ्ट, पार्किंग शेड, पार्क, अत्याधुनिक शौचालय, पुरुष व महिला प्रतीक्षालय जैसी सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं। पर्यटन नगरी होने के बावजूद रोडवेज बस स्टैंड पुरानी स्थिति में है, जिससे शहर की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए हाईटेक बस टर्मिनल बनने से शहर की छवि निखरेगी और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।