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ढाई घंटे तक लिफ्ट में फंसी रही महिला, ग्राउंड फ्लोर पर आने की बजाय रिवर्स चलकर छत पर अटकी

 
ढाई घंटे तक लिफ्ट में फंसी रही महिला, ग्राउंड फ्लोर पर आने की बजाय रिवर्स चलकर छत पर अटकी

शहर में मंगलवार को एक आवासीय इमारत में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक महिला लगभग ढाई घंटे तक लिफ्ट में फंसी रही। घटना उस समय हुई जब महिला ग्राउंड फ्लोर पर उतरने के लिए लिफ्ट में सवार हुई, लेकिन अचानक तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट नीचे आने की बजाय उलटी दिशा में तेजी से ऊपर चली गई और छत के पास जाकर जोरदार झटके के साथ अटक गई। रेस्क्यू टीम को मौके पर पहुंचकर ड्रिल मशीन से दीवार तोड़कर महिला को बाहर निकालना पड़ा।

जानकारी के अनुसार, महिला इमारत की तीसरी मंजिल से ग्राउंड फ्लोर पर आने के लिए लिफ्ट में चढ़ी थीं। थोड़ी ही देर बाद लिफ्ट को झटके महसूस हुए और अचानक वह ऊपर की ओर रिवर्स मोशन में चल पड़ी। इससे महिला घबरा गई और इमरजेंसी अलार्म बटन दबाने की कोशिश की, लेकिन सिस्टम भी फेल हो चुका था। लिफ्ट छत के बिल्कुल पास जाकर एक संकरे स्थान में फंस गई, जहां न दरवाजा खुल रहा था और न ही वेंटिलेशन हो पा रहा था।

महिला के चीखने की आवाज सुनकर अपार्टमेंट के अन्य निवासी मौके पर इकट्ठा हुए और तुरंत तकनीकी टीम तथा पुलिस को सूचना दी। इसके बाद रेस्क्यू टीम और मेंटेनेंस इंजीनियर मौके पर पहुंचे। चूंकि लिफ्ट एक बेहद तंग गैप में फंस गई थी, इसलिए दरवाजा खोलना संभव नहीं था। टीम ने लिफ्ट शाफ्ट की दीवार में ड्रिल मशीन से कट लगाकर करीब एक फुट चौड़ा रास्ता बनाया।

करीब ढाई घंटे की कठिन मशक्कत के बाद महिला को सुरक्षित बाहर निकाला गया। बाहर आते ही वह सदमे में थी और उसे तुरंत पानी दिया गया। मेडिकल टीम ने जांच के बाद बताया कि महिला तनाव और घबराहट की स्थिति में थीं, लेकिन किसी बड़े शारीरिक नुकसान से बच गईं।

निवासियों के अनुसार, इस इमारत की लिफ्ट में पिछले कुछ दिनों से तकनीकी समस्याएं आ रही थीं। कई बार झटके महसूस होते थे और बीच रास्ते में लिफ्ट रुकने की घटनाएं भी सामने आई थीं। लोगों ने मेंटेनेंस कंपनी को इसकी शिकायत की थी, लेकिन समय पर समाधान नहीं किया गया।

रेस्क्यू के बाद इमारत के निवासियों ने बिल्डर और लिफ्ट कंपनी के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा कि यह बड़ा हादसा हो सकता था। उन्होंने लिफ्ट की तत्काल मरम्मत और सुरक्षा जांच की मांग की है। कई लोगों ने कहा कि नियमित सर्विसिंग की लापरवाही के कारण यह गंभीर स्थिति बनी।

लिफ्ट मेंटेनेंस कंपनी ने प्रारंभिक जांच में बताया कि कंट्रोल पैनल में एक बड़ी तकनीकी खराबी आई थी, जिसके कारण लिफ्ट ने गलत दिशा में मूवमेंट किया और खुद को सेफ्टी लॉक मोड में फंसकर रोक दिया। कंपनी ने घटना की पूरी जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।