Udaipur की पहाड़ियों में दहक रहे दावानल ने इन दो विश्वविद्यालयों में मचाया आतंक, अफरातफरी में भागे छात्र और स्टाफ
लेक सिटी उदयपुर में बढ़ती गर्मी के साथ ही आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। शहर की पहाड़ियां तो पहले से ही धधक रही थीं, लेकिन अब आग निचले इलाकों की ओर भी फैलने लगी है। गुरुवार को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय और महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के परिसर में भीषण आग लग गई, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सुबह अचानक विश्वविद्यालय परिसर में मौजूद जमीन में आग लग गई, जिसने कुछ ही देर में विकराल रूप ले लिया। तेज हवाओं के कारण आग ने विश्वविद्यालय के विशाल परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। लपटें और धुआं इतनी तेजी से फैला कि परिसर के आसपास रहने वाले लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कई किलोमीटर दूर से उठता धुआं साफ देखा जा सकता था।
आग से मची अफरा-तफरी
आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग सक्रिय हो गया और आधा दर्जन से अधिक दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन तेज हवाओं और सूखे पेड़-पौधों के कारण आग पर काबू पाना काफी मुश्किल साबित हो रहा था। घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आग से हुए नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है। हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
वन और अग्निशमन विभाग अलर्ट मोड पर
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पिछले कुछ समय से तापमान में तेज वृद्धि और सूखी झाड़ियों की अधिकता के कारण यह क्षेत्र आग के लिए बेहद संवेदनशील हो गया है। आग की घटनाएं केवल जंगलों और पहाड़ियों तक ही सीमित नहीं हैं, अब ये शहरी क्षेत्रों के लिए भी बड़ा खतरा बनती जा रही हैं। प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने, खुले में कूड़ा या सूखी पत्तियां न जलाने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की है। अग्निशमन विभाग और वन विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है, ताकि ऐसी घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
