Udaipur लेकसिटी में बनेगा राज्य का प्रथम रेप्टाइल हाउस, खर्च होंगे 1.91 करोड़

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलोजिकल पार्क में बनने वाले राज्य के प्रथम रेप्टाईल हाउस का शिलान्यास आज श्रम सलाहकार बोर्ड के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री जगदीश राज श्रीमाली के हाथों किया गया। अतिथियों ने विधिवत पूजा-अर्चना कर रेप्टाइल हाउस निर्माण की आधारशिला रखी। मुख्य वन संरक्षक आर.के.जैन ने बताया कि जैविक उद्यान सज्जनगढ़ में प्रदेश के पहले रेप्टाईल हाउस बनने से यहां आने वाले पर्यटकों को रेप्टाईल्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी जो यह नया आकर्षण का केन्द्र होगा।
यहां विभिन्न प्रजातियों के सरीसृप यथा रसेल वाईपर, कॉमन कैट स्नैक, रेट स्नेक, कॉमन सेण्डबुआ, कील बैक, ट्रिन्केट स्नेक, कॉमन करेट आदि के पृथक-पृथक चेम्बर्स बनाए जाएंगे। एक चेम्बर स्टार टोरटोइज़ के लिए तैयार किया जाएगा। इस पर 1.91 करोड़ रुपए खर्च हांगे। विशिष्ट अतिथि मुख्य वन संरक्षक आर.के.सिंह व आर.के.जैन थे। उप वन संरक्षक, वन्यजीव अरूण कुमार डी. ने बताया कि उक्त राशि सज्जनगढ़ से प्राप्त आय के अंश में जू ट्रस्ट द्वारा उपलब्ध कराई गई है। यहां रेप्टाईल्स से सम्बंधित बोर्ड भी डिस्प्ले किए जाएंगे ताकि आमजन को सांपो से सम्बंधित जानकारी प्राप्त हो सकेगी। कार्यक्रम में विभागीय अधिकारी अजय सुगनाराम जाट, शुभम ग्रीन पीपल सोसायटी सदस्य सुहेल मजबूर, प्रताप सिंह चुण्डावत, स्थानीय पार्षद गिरीश भारती आदि उपस्थित रहे।
.मनमोहक रजत शृंगार धराएंगे, विशेष पूजा
नगर के बड़ा गणपति मंदिर अनुरूप चमत्कार के नाम से जाना जाता हैं। नगर के सैकड़ों लोग प्रतिदिन बप्पा दरबार में माथा टेक प्रतिदिन की शुरूआत करते हैं। गणेश चतुर्थी, देवझूलनी एकादशी, दीपावली, अन्नकूट महोत्सव पर मनमोहक रजत श्रृंगार धराया जाता हैं। नगर विस्तार का जब काल चला शमशान की भूमि को शुद्ध करने व सभी प्रकार के शिव गणों का यहां से पलायन करवाने व विघ्नों को दूर करने के लिए गणपति की प्रतिमा स्थापित की गई। तत्कालीन समय में शमशान के इस क्षेत्र में मूर्ति स्थापित होने के कारण इन्हें स्थानीय भाषा में मसानिया गणपति के नाम पहचाना जाता रहा। बताया जाता है कि नगर में इससे बड़ी गणपति प्रतिमा नहीं होने व चमत्कारों के महत्वों के चलते मसानिया गणपति नाम परिवर्तन कर बड़ा गणपति रखा गया।