Udaipur बासी भोजन से बिगड़ी तबीयत, भाई-बहन की मौत

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर जिले में मावली तहसील के वासनीकला गांव में बासी भोजन खाने से 7 साल के मासूम पवन और 16 साल की बहिन ममता ने दम ताेड़ दिया। मां गीता और 13 साल के बेटे लालूराम की हालत नाजुक बनी हुई है। इनका उदयपुर के निजी अस्पताल में उपचार जारी है। मौत के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए पवन और ममता की बॉडी से विसरा लिया गया है। चाैंकाने वाली बात यह भी है कि बच्चाें व मां की तबीयत दाे दिन पहले बुधवार काे िबगड़ी, लेकिन परिजनाें ने तुरंत अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक में वक्त बर्बाद कर दिया, इसलिए उपचार में देरी हाे गई।
सभी काे गुरुवार काे अस्पताल लाया गया, जहां दाे जानें चली गईं। सूचना मिलने पर चिकित्सा विभाग के जिम्मेदार आनन-फानन में मौके पर पहुंचे। उन्हाेंने एंबुलेंस से मां व बेटे-बेटियों को एमबी अस्पताल भिजवाया, लेकिन पवन ने अस्पताल पहुंचने से पहले तथा ममता ने उपचार के दाैरान दम ताेड़ा। परिजनाें ने गीता व बेटे लालूराम का उपचार बेड़वास स्थित निजी अस्पताल में कराने की इच्छा जताई। इसके बाद दाेनाें काे वहां रैफर कर दिया गया। पिता रूपलाल इस हादसे के समय काम पर गए हुए थे। उन्हें परिजनाें ने सूचना देकर बुलाया।
यूनिवर्सिटी में छात्र और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की
उदयपुर की मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को कुलपति को ज्ञापन देने पहुंचे छात्र नेताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हो गई। छात्र नेता एबीवीपी के बैनर तले यूनिवर्सिटी कुलपति को ज्ञापन देने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें बाहर ही रोक लिया। ऐसे में छात्रनेता नहीं माने और कुलपति से मिलने की मांग पर अड़ गए। छात्रनेता गेट पर चैनल पकड़कर खड़े हो गए और नारेबाजी करने लगे। ऐसे में पुलिस ने छात्रनेताओं को वहां से खदेड़ना शुरू किया। छात्र नेताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। आक्रोशित छात्रों को शांत करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष रोनकराज सिंह शक्तावत ने बताया कि हम कुलपति को विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन देने पहुंचे थे लेकिन हमें कुलपति से मिलने से पुलिस ने रोका। पुलिस ने छात्रनेताओं पर दबाव बनाने की कोशिश की।