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थमने का नाम नहीं ले रही सज्जनगढ़ सेंचुरी में लगी! दहकते-दहकते मानसून पैलेस तक पहुंची लपटें, 60 फीट गहरी खाई में उतरे कर्मचारी

 
थमने का नाम नहीं ले रही सज्जनगढ़ सेंचुरी में लगी! दहकते-दहकते मानसून पैलेस तक पहुंची लपटें, 60 फीट गहरी खाई में उतरे कर्मचारी 

उदयपुर न्यूज़ डेस्क - उदयपुर का सज्जनगढ़ अभ्यारण्य लगातार चौथे दिन भी सुलग रहा है। अब तक 50 हेक्टेयर क्षेत्र आग की चपेट में आ चुका है। आग की लपटें अब मानसून पैलेस तक पहुंच गई हैं। आग बुझाने के लिए 10 कर्मचारियों को 60 फीट गहरी खाई में उतारा गया है। 9 दमकल गाड़ियां तैनात की गई हैं। जहां वाहन नहीं पहुंच पा रहा है, वहां खाई में 50-50 मीटर के 8 पाइप जोड़कर लपटों तक पानी पहुंचाया गया है। उदयपुर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी बाबूलाल चौधरी ने बताया कि बैकअप के तौर पर चित्तौड़गढ़ और नाथद्वारा से एक-एक दमकल बुलाई गई है।

जानवरों के पिंजरों तक पहुंच गई थी लपटें
गुरुवार देर रात तक आग की लपटें अभयारण्य में जानवरों के पिंजरों तक पहुंच गई थीं। जिस पर काबू पा लिया गया। हालांकि दावा किया जा रहा है कि वहां पिंजरे खाली थे और कोई नुकसान नहीं हुआ है। उधर, आग को देखते हुए शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन मानसून पैलेस और बायोलॉजिकल पार्क में पर्यटकों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। 14 दमकल गाड़ियों द्वारा आग बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। विभाग दावा कर रहा है कि सूखी घास के कारण यह आग लगातार भड़क रही है।

फायर लाइन के बाद भी भड़क रही है आग
दरअसल, एक जगह आग बुझाने के बाद हवा और सूखी घास के कारण आग फिर भड़क रही है। आग को आगे फैलने से रोकने के लिए फायर लाइन भी बनाई गई है, ताकि आग लपटों के साथ आगे न बढ़े। लेकिन फायर लाइन के बाद भी हवा के साथ आग दूसरे इलाकों में फैल रही है, जिससे आग फिर से जोर पकड़ रही है।

ऊंचाई से आग पर रखी जा रही है नजर, 1 से 1.5 किलोमीटर के क्षेत्र में कर्मचारी तैनात
फायर ऑफिसर शिवराम मीना ने बताया कि हवा की दिशा बदलने के कारण यह आग ऊपर की ओर बढ़ रही है। एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर दमकलकर्मियों को तैनात किया गया है। फिलहाल मौके पर 150 से अधिक कर्मचारी तैनात हैं। इसमें वन विभाग, दमकल और पुलिस विभाग के कर्मचारी शामिल हैं। उदयपुर नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी बाबूलाल चौधरी ने दैनिक भास्कर को बताया कि हमारे पांचों फायर स्टेशनों से करीब 14 गाड़ियां यहां तैनात की गई हैं। गाड़ियां अब तक चार दिन में करीब 250 से 300 चक्कर लगा चुकी हैं।