Udaipur जिले में 52 करोड़ रुपए से अधिक और कुराबड़ पंचायत समिति में 3 करोड़ रुपए बकाया
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उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी (मनरेगा ) योजना के तहत काम करने वाले मजदूरों का भुगतान पिछले करीब चार माह से बकाया है, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। उदयपुर जिले में करीब 52 करोड़, जबकि कुराबड़ पंचायत समिति में 3 करोड रुपए मजदूरों के बाकी है। अक्टूबर द्वितीय तथा नवम्बर प्रथम पखवाडे से काम करने वाले मजदूरों का भुगतान अभी तक नहीं हुआ, जबकि प्रति 15 दिन में भुगतान का प्रावधान है। मजदूरों को होली पर्व निकट आने के साथ ही शादी ब्याह सहित अन्य कार्य के लिए रुपयों की जरूरत होने लगी है। मजदूर आएदिन ई-मित्र या बीसी के यहां अपने बैंक खाते चेक कराते हैं, लेकिन भुगतान जमा नहीं होने पर बैरंग लौट रहे हैं। नरेगा के तहत सामग्री मद का भुगतान भी लंबे समय से नहीं होने से ग्राम पंचायतों व ठेकेदारों को काम करने में समस्या आ रही है।
ग्राम पंचायतों के मेट व सरपंच, सचिव ने बताया कि नरेगा में पारदर्शिता के लिए एनएमएमएस प्रणाली से मोबाइल के जरिए हाजिरी भरी जा रही है। इसके तहत एक फरवरी से ऑन द स्पॉट जीपीआरएस लोकेशन यानि लेटीटयूड और लोगीटयूड पर ही हाजिरी भरने के अपडेट वर्जन के चलते एप सही नहीं चलने से मेट व मजदूर परेशान हैं। हाजिरी नहीं भर पाने और अपलोड नहीं होने से मजदूरी नहीं मिलने का डर सता रहा है। कार्य शुरू करने वक्त जहां से जीओ टैग की वहीं से प्रतिदिन हाजिरी भरने का ऑनलाइन सिस्टम है, जो प्रॉपर नहीं चल पाया। आगामी दिनों में प्रत्येक मजदूर की फेस आईडी से हाजिरी होगी, जो आधार से मिलान होने पर ही अंकित हो सकेगी।
एबीपीएस भुगतान प्रणाली लागू
केन्द्र सरकार ने मजदूरों के लिए आधार बेस भुगतान प्रणाली अनिवार्य की है। ऐसे में जिला, ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर मजदूरों को आधार बैंक खाते से जुडवाकर डीबीटी करवाई है। ताकि एबीपीएस (आधार बेस्ड पेमेंट सिस्टम) से भुगतान हो सके। 31 दिसम्बर तक बैंक खाते आधारित भुगतान की छूट थी।