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Udaipur राजीव गांधी युवा मित्रों के लिए रात्रि भोजन व आवास की व्यवस्था नहीं, 534 लोग पहुंचे

 
Udaipur राजीव गांधी युवा मित्रों के लिए रात्रि भोजन व आवास की व्यवस्था नहीं, 534 लोग पहुंचे
उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर चुनावी साल में प्रदेश की कांग्रेस सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को गांवों के अंतिम छोर तक पहुंचाने के लिए 10 दिन पहले ही भर्ती किए गए राजीव गांधी युवा मित्रों (आरवाईएमपी) को अब तीन दिवसीय खास प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शुरुआत सोमवार को उदयपुर संभाग मुख्यालय से हुई। अब प्रदेश के अन्य संभाग मुख्यालयों पर ऐसे आयोजन होंगे। कार्यक्रम को इंटर्नशिप का नाम दिया गया है। सोमवार से नगर निगम के सुखाड़िया सभागार में इसकी शुरुआत हुई। कुल 639 में से 534 प्रशिक्षणार्थियों ने इंटर्नशिप में हिस्सा लिया, जबकि 105 अनुपस्थित रहे। माना जा रहा है कि इन सभी को ठहरने और रात के भोजन आदि की व्यवस्था अपनी जेब से करनी पड़ रही है, इस कारण प्रशिक्षणार्थी उपस्थित नहीं हुए। मंगलवार को होने वाली दूसरे दिन की ट्रेनिंग में इनकी संख्या और भी कम रह सकती है। पहले दिन के प्रशिक्षण के बाद कई प्रशिक्षणार्थी घर लौटने की तैयारी में दिखाई दिए।

उधर, आचार संहिता से ठीक पहले आनन-फानन में हुई भर्ती को लेकर भाजपा की ओर से फिर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। भाजपा का आरोप है कि सरकार चुनावी साल के प्रचार-प्रसार के लिए पारदर्शिता और नियमों को ताक में रखकर खुद का स्वार्थ पूरा कर रही है। बता दें कि वर्ष 2022 में कांग्रेस की सरकार ने इस योजना के पहले राउंड में प्रदेश में 2500 युवा मित्रों की भर्ती की थी। इसके बाद अभी 6 सितंबर को जयपुर में इंटरव्यू के माध्यम से 12वीं पास 2500 युवाओं का युवा मित्र में चयन किया गया है। इन युवा मित्रों को सरकार की ओर 15 हजार मासिक मानदेय और करीब 2500 रुपए यात्रा भत्ता अतिरिक्त दिया जाएगा।

इससे पहले आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के तत्वावधान में सोमवार से इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू हुआ। उदयपुर मुख्यालय पर हुए इस कार्यक्रम में बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद और चित्तौड़गढ़ से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। आरवाईएमपी के संयुक्त निदेशक जगदीश प्रसाद मीणा, आईटी से स्टेट प्रोग्रामर सुधींद्र पाल, सहायक निदेशक हनुमान एवं डिप्टी डायरेक्टर भंवरलाल आमेटा की मौजूदगी में कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जहां पर प्रशिक्षकों की ओर से चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, जनाधार, वृद्धा पेंशन, सीनियर सिटीजन पेंशन सहित अन्य सरकारी योजनाओं से हर वर्ग और गांव के अंतिम छोर में बसे लोगों को जोड़ने के लक्ष्य भी दिए गए।