Udaipur में स्थित इस मंदिर में साल में सिर्फ एक बार होता है शिव श्रृंगार, इस मंदिर की कहानी जान आप भी रह जाएंगे दंग

उदयपुर न्यूज़ डेस्क - महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर उदयपुर के सेक्टर 14 स्थित जय श्री काली कल्याण शक्तिपीठ में भव्य आयोजन किया गया। इस मंदिर को उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की तर्ज पर अद्भुत तरीके से सजाया गया। विशेष रूप से दाता श्री हुकम का श्रृंगार किया गया तथा भस्म आरती का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
भक्ति की अनूठी छटा एवं भस्म आरती
इस विशेष आयोजन में मंदिर प्रांगण ढोल-नगाड़ों की ध्वनि से गूंज उठा। आरती के दौरान पूरा वातावरण हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा। भस्म आरती के दौरान दाता श्री हुकम का दिव्य श्रृंगार किया गया, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना। बावजी राज कल्लाजी को उज्जैन महाकाल की तर्ज पर विशेष रूप दिया गया, जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह और बढ़ गया। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं ने पारंपरिक वेशभूषा में भजन-कीर्तन कर अद्भुत आध्यात्मिक माहौल बनाया।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी
महाशिवरात्रि के इस विशेष आयोजन में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और भगवान शिव के दर्शन कर पुण्य कमाया। श्रद्धालुओं ने रुद्राभिषेक, दुग्धाभिषेक और विशेष अनुष्ठानों में भाग लेकर महादेव का आशीर्वाद पाने के लिए पूजा-अर्चना की।
सम्पूर्ण वातावरण शिवमय हो गया और श्रद्धालुओं ने अपनी श्रद्धा और आस्था के साथ शिव की आराधना की। मंदिर प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए विशेष रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप और भजन संध्या का आयोजन किया गया। भस्म आरती के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया।
आध्यात्मिकता और आस्था का संगम
इस पावन अवसर पर मंदिर का वातावरण अत्यंत दिव्य और आध्यात्मिक बना रहा। श्रद्धालु रात्रि जागरण और विशेष अनुष्ठान कर शिव भक्ति में पूरी तरह डूब गए। इस आयोजन में शिव-पार्वती विवाह, शिव तांडव और शिव महिमा के भव्य आयोजन ने श्रद्धालुओं के मन में गहन आध्यात्मिक भावना जागृत कर दी।