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Udaipur स्मार्ट सिटी की लापरवाही से 25000 लोग परेशान गड्डे में गिरा विदेशी पर्यटक, व्यापारियों को रोजाना हो रहा 10 लाख से अधिक का नुकसान

 
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उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर में जड़ा गणेश जी से चांदपोल तक स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य की धीमी गति के कारण मल्लातलाई चौराहा, नागानगरी और अंबामाता से पुराने शहर में आने वाले लगभग 25 हजार नागरिकों और देशी-विदेशी पर्यटकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बुधवार रात विदेशी नागरिकों का एक जत्था सड़क पार कर रहा था। सड़क के गड्ढों को न ढकने और रोशनी के अभाव में एक विदेशी गढ्ढे में गिरकर घायल हो गया। वहीं गुरुवार की सुबह जाड़ा गणेश जी पर चांदपोल पुलिया पर बिना बेरिकेडिंग व पुलिस कर्मियों से 200 मीटर आगे निर्माण कार्य शुरू हुआ.

मजदूरों ने सीनियर सिटीजन से बदसलूकी की। जब सीनियर सिटीजन ने आवाज उठाई तो ठेकेदार ने उसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया और उसके साथ बदसलूकी की। कार्यालय, मंदिर व आवश्यक कार्य करने वाले करीब 500 लोगों को करीब 4 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाकर गड़िया देवड़ा पहुंचना पड़ा। दरअसल, स्मार्ट सिटी का काम एलएंडटी कंपनी को दिया गया है, लेकिन काम एक स्थानीय ठेकेदार कर रहा है। स्मार्ट सिटी के कार्यों की समय सीमा भी कई बार बढ़ाई जा चुकी है, लेकिन आज भी काम धीमी गति से चल रहा है।

जिलाधिकारी ताराचंद मीणा स्मार्ट सिटी के उपाध्यक्ष हैं। कलेक्टर कार्यभार संभालते ही शुरू में स्मार्ट सिटी के कार्यों को लेकर गंभीर थे, लेकिन अब वह भी उतना ध्यान नहीं दे रहे हैं. हाल ही में स्मार्ट सिटी के काम को सात साल पूरे हो गए हैं लेकिन जो काम हुआ है। उसकी हालत खराब है। स्मार्ट सिटी के सीईओ प्रदीप संगवत कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग नहीं कर रहे हैं, न तो स्मार्ट सिटी के अधिकारी और न ही एलएंडटी के अधिकारी गंभीर हैं. वहीं डेढ़ माह से काम की धीमी गति से व्यापारियों व होटल व रेस्टोरेंट को रोजाना 10 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हो रहा है.