Udaipur सर्दियों में बाजारों में बढ़ी ड्राई फ्रूट की डिमांड, करोड़ों का कारोबार
उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर सर्दी के मौसम में खुराक के लिए सूखे मेवे की जमकर खरीदारी हो रही है। आम दिनों से दोगुनी खरीद होने लगी है। जहां आम दिनों में रोजाना 500 किलो काजू-बादाम की खरीद होती है, वह इन दिनों 1000 किलो तक पहुंच गई है। वहीं अन्य तरह के सूखे मेवे की मांग भी दोगुना हो गई है। उदयपुर में हर रोज डेढ़ करोड़ से ज्यादा का व्यापार हो रहा है। लिहाजा सर्दी के मौसम ने सूखे मेवे के बाजार में गर्मी ला दी है। उदयपुरवासी ड्राइरूट्स के बड़े शौकीन हैं। लिहाजा ड्राइरूट की मांग भी यहां अधिक है। आसमान छूते भावों के बावजूद यहां इन दिनों जमकर खरीद हो रही है। अंजीर, मुनक्का व मखाना की खपत प्रतिदिन 6 हजार किलो से अधिक है। पिस्ता, किशमिश के साथ ही विदेशी ड्राइफ्रूट की भी खूब मांग है। सूखे मेवे में बीजों का चलन बढऩे पर कद्दू, खीरा, सूरजमुखी, तरबूज के बीज के साथ ही ब्ल्यू व ब्लेक बैरी, क्रेन बैरी, रस बैरी, पिंकन नट्स, ब्राजील नट्स, हैजल नट्स की भी मांग बनी हुई है।
सामग्री भाव (रुपए प्रति किलो)
खसखस 1400 से 1800
मूसली 2000 से 2500
काजू 580 से 2000
किसमिस 280 से 1000
बादाम 600 से 800
मामरा बादाम 2000 से 5000
अखरोठ साबुत 600 से 800
अखरोठ गिरी 800 से 1800
सामग्री भाव (रुपए प्रति किलो)
पिस्ता रोस्टेड 1200 से 1800
पिस्ता सादा 1800 से 4000
अंजीर 900 से 2000
मुनक्का 600 से 1200
गोंद धावड़ा 400 से 1600
गोंद खेर 400 से 800
छुआरा 200 से 500
बीज 500 से 1500