Udaipur फीस वृद्धि व प्रशासनिक अनियमितताओं से एबीवीपी नाराज, सौंपा ज्ञापन
प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों की फीस सेमेस्टर के बीच बढ़ाई जा रही है। फीस नहीं जमा करवाने पर उनका परिणाम भी रोक दिया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में इकाई अध्यक्ष प्रवीण टांक, रौनक राज सिंह, पार्थ दीक्षित, चिराग़ दाहिमा, तुषार वाघेला, श्रवण गौड़, खुशी चौहान, अमन विश्वकर्मा, प्रियांश शर्मा, हर्ष राजानी, शुभम् पुरोहित आदि शामिल थे।
व्यवस्थाओं पर उठाए सवाल, समस्याओं का मांगा समाधान
{विश्वविद्यालय में कोरोना महामारी के कारण जो सेमेस्टर लेट हुए थे वो आज तक लेट हैं।
{विश्वविद्यालय में प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों की फीस सेमेस्टर के बीच नहीं बढ़ाई जाए।
{एनईपी लागू होने के बाद पाठ्यक्रमों के परिणामों के स्वरुप में भी बदलाव आया है जैसे विद्यार्थी किसी विषय के आंतरिक परीक्षा में फैल है।
{विश्वविद्यालय का क्रीडा मंडल खिलाड़ियों के हित में सोचते हुए राजनैतिक अखाड़े को बंद कर विश्वविद्यालय द्वारा वसूल जाने वाले अवैध खेल शुल्क को भी बंद किया जाए।
{विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षकों का सीएएस के माध्यम से पदोन्नति दी जानी चाहिए।
{पीएचडी के पाठ्यक्रम को यूजीसी नियमों के अनुरूप नहीं चलाया जा रहा है व अन्य राज्य विश्वविद्यालय की तुलना में सुखाड़िया विश्वविद्यालय की फीस ज्यादा है, जिसे कम किया जाना चाहिए।
