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राजस्थान के इस जिले चरमराई ट्रैफिक व्यवस्था, शहर में लग रहे 8000 ठेले जिनमे 5 हजार नॉन वेंडिंग जोन में

 
राजस्थान के इस जिले चरमराई ट्रैफिक व्यवस्था, शहर में लग रहे 8000 ठेले जिनमे 5 हजार नॉन वेंडिंग जोन में

उदयपुर न्यूज़ डेस्क - नगर निगम शहर में बिना लाइसेंस और नॉन वेंडिंग जोन में व्यवसाय कर रहे रेहड़ी-पटरी वालों को हटाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है। निगम में प्रशासक नियुक्त होने के बाद नवंबर से अब तक 8 कार्रवाई की जा चुकी है। लेकिन, यह अभी भी नाकाफी है। निगम क्षेत्र के 30 इलाकों में 53 वेंडिंग और 97 नॉन वेंडिंग जोन हैं। नॉन वेंडिंग जोन में अस्थाई अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि कार्रवाई के बाद निगम की ओर से लगातार मॉनिटरिंग नहीं की जाती। ऐसे में वे फिर से वहीं आकर बस जाते हैं। निगम इनके खिलाफ स्थाई कार्रवाई नहीं कर पाता। खास बात यह है कि निगम ने आखिरी बार 2018 में 1150 रेहड़ी-पटरी वालों को वेंडिंग जोन में ठेला चलाने का लाइसेंस दिया था। इनमें हाथ ठेला संचालक, सब्जी विक्रेता, सीजनल लॉरी संचालक शामिल थे। कोरोना काल से अब तक किसी को लाइसेंस नहीं दिया गया है। वर्ष 2022 में सर्वे के दौरान शहर में 3059 रेहड़ी-पटरी वाले मिले थे। फिर सर्वे स्लिप देकर सभी को वेंडिंग जोन में शिफ्ट कर दिया गया। लेकिन, अब इनकी संख्या बढ़कर करीब 7 से 8 हजार हो गई है। यानी करीब 5 हजार ठेले अब नॉन वेंडिंग जोन में बस गए हैं।

रेहड़ी-पटरी वालों की गिनती के लिए निगम हर 5 साल में सर्वे करता है। नॉन वेंडिंग जोन में कारोबार करने वाले कारोबारियों पर कार्रवाई की जाती है और उन्हें लाइसेंस लेने को कहा जाता है। शुरुआत में उन्हें वेंडिंग जोन में शिफ्ट किया जाता है। यहां कुछ समय तक कारोबार करने के लिए सर्वे स्लिप दी जाती है।पिछली बार 2022 में सर्वे हुआ था। तब 3059 कारोबारी सामने आए थे। इस साल निगम सीमा का विस्तार किया जाएगा। ऐसे में सरकार के आदेश पर निगम इस साल सर्वे करवा सकता है। अगर इस बार नहीं हुआ तो अगला सर्वे 2026 में होगा।

ट्रैफिक की खराब हालत के पीछे नॉन वेंडिंग जोन में खड़े ठेले मुख्य वजह, त्योहारों पर ज्यादा बढ़ जाती है परेशानी
शहर में ज्यादातर रेहड़ी-पटरी वाले नॉन वेंडिंग जोन में बसे हैं। इन इलाकों में फुटपाथ के आसपास ठेले वालों के कारण सड़क संकरी हो जाती है। यहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लगभग हर रोज ट्रैफिक जाम की समस्या होती है और पुलिस भी इससे जूझती है। खास तौर पर त्योहारों के समय परेशानी होती है। निगम भी कार्रवाई करता है और वीआईपी और वीवीआईपी मूवमेंट से पहले इन मार्गों की सफाई करता है। लेकिन, बाद में फिर स्थिति जस की तस हो जाती है। शहर के 30 इलाकों में 97 नॉन-वेंडिंग और 53 वेंडिंग जोन

वेंडिंग जोन - शोभागपुरा 100 फीट रोड, आवरी माता, अशोक नगर, बीएन कॉलेज, सीए सर्किल, चेतक, हाथीपोल, दूधतलाई, फतेहपुरा, गोवर्धन विलास, गुलाब बाग, हाड़ी रानी सर्किल, हिरणमगरी सेक्टर 3-4, जवाहर पार्क, खेमपुरा, कुम्हारों का भट्टा, लेबर चौराहा, फतेहसागर, मधुबन, श्रम एवं रोजगार कार्यालय, सुखाड़िया विश्वविद्यालय, पटेल सर्किल, प्रतापनगर, सेक्टर-14, सज्जन नगर, सेक्टर-11, शिक्षा भवन चौराहा, सूरजपोल, साइफन चौराहा और उदियापोल को वेंडिंग जोन में शामिल किया गया है।

ये स्ट्रीट वेंडर की श्रेणी में आते हैं
ठेले, साइकिल, ठेले और फुटपाथ पर बैठकर व्यापार करने वाले लोग स्ट्रीट वेंडर की श्रेणी में आते हैं। ये फल, सब्जी, खाद्य सामग्री, कपड़े, बर्तन, जूते, चप्पल और अन्य घरेलू सामान बेचते हैं। आजकल सड़कों पर आइसक्रीम और कोल्ड कॉफी बेचने वाले छोटे-छोटे ठेले भी लगने लगे हैं।

निगम में प्रशासक की नियुक्ति के बाद ठेले हटाने की 8 कार्रवाई
5 फरवरी - चेतक सर्किल, पहाड़ी बस स्टैंड, यूआईटी पुलिया, सुखाड़िया सर्किल और गुमानिया नाला से मठ के बीच अवैध अतिक्रमण हटाए गए। कार्रवाई में 10 ठेले, कबाड़ कार और अन्य सामान जब्त किया गया।
12 फरवरी - कोर्ट सर्किल से आगे बंसी पान की दुकान के आसपास अतिक्रमण हटाया गया। चार केबिन, एक ऑटो और अन्य सामान जब्त किया गया।
13 फरवरी - चरक छात्रावास रोड से रेडिसन ब्लू होटल तक कार्रवाई की गई और एक ठेला जब्त किया गया।
11 फरवरी - मल्लातलाई से रामपुरा तक 8 घंटे तक कार्रवाई की गई और 2 ठेले और अन्य सामान जब्त किया गया।
23 दिसंबर - सूरजपोल से चेतक तक कार्रवाई की गई। 4 ठेले, भट्टियां और सिलेंडर जब्त किए गए।
9 दिसंबर - प्रतापनगर चौराहे से विद्यापीठ विश्वविद्यालय तक 6 घंटे तक कार्रवाई चली। 4 ठेले जब्त किए गए।
16 दिसंबर - रंगनिवास चौकी, तिब्बती मार्केट से शीतला माता मंदिर तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। 8 ठेले संचालकों को हटाया गया तथा चूल्हे व गैस सिलेंडर जब्त किए गए।
24 दिसंबर - चेतक पहाड़ी बस स्टैंड से मल्लातलाई चौराहे तक अतिक्रमण हटाकर ठेले जब्त किए गए।