Aapka Rajasthan

उदयपुर में 1500 किलो नकली घी जब्त, वीडियो में जानिए कैसे हुई नकली घी की पहचान ?

उदयपुर पुलिस और पुलिस की जिला स्पेशल टीम ने आज सुबह कलड़वास रीको एरिया में नकली घी बनाने की फैक्ट्री पर छापा मारा। टीम ने इस मामले में दो जनों को डिटेन किया है तथा करीब 1500 किलो नकली घी भी जब्त किया है।
 

 
उदयपुर में 1500 किलो नकली घी जब्त, वीडियो में जानिए कैसे हुई नकली घी की पहचान ? 

उदयपुर न्यूज़ डेस्क - त्योहार से पहले पुलिस और डीएसटी टीम ने नकली घी बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। इस फैक्ट्री में सरस, अमूल और नोवा जैसे ब्रांड की हूबहू पैकिंग में नकली घी भरा जा रहा था। इसके बाद खाद्य सुरक्षा टीम को सूचना देकर बुलाया गया और इन ब्रांड के अधिकारियों से नकली पैकेट की पुष्टि होने के बाद 1500 किलो घी जब्त किया गया। साथ ही 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मामला शनिवार को उदयपुर शहर से करीब 11 किलोमीटर दूर उमरड़ा रोड स्थित कलड़ावास रीको एरिया का है। डीएसपी छगन पुरोहित ने बताया कि फैक्ट्री का मालिक सलूंबर निवासी लोकेश जैन है। यहां लंबे समय से नकली घी बनाने की सूचना मिल रही थी। यहां काम कर रहे दो लोगों को मौके से हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। डीएसपी ने बताया कि डीएसटी टीम प्रभारी श्याम सिंह रत्नू को 1 दिन पहले सूचना मिली थी कि इस जगह पर नकली घी बनाया जा रहा है।


पुलिस ने यहां जांच शुरू की तो सामने आया कि त्योहारी सीजन के चलते यहां भारी मात्रा में नकली घी बनाया जा रहा था। इसके बाद कार्रवाई करते हुए यहां छापा मारा गया। डीएसपी छगन पुरोहित ने बताया कि आरोपियों ने फैक्ट्री के ग्राउंड फ्लोर पर टीन का गोदाम बना रखा था। बेसमेंट में नकली घी बनाने का काम चल रहा था। बेसमेंट में मशीनें और भट्टियां भी लगी हुई थीं। इसके बाद सरस डेयरी की टीम को भी यहां बुलाया गया। उनके द्वारा घी की पैकिंग चेक की गई तो उन्होंने साफ कहा कि यह घी सरस डेयरी का नहीं है। इसी तरह टीम ने फोटो खींचकर नोवा और कृष्णा घी कंपनियों के प्रतिनिधियों को भी भेजे, जिस पर उन्होंने भी कहा कि यह बैच नंबर उनका नहीं है।

सोयाबीन, डालडा और फ्लेवर से बनाया जा रहा था घी
खाद्य सुरक्षा अधिकारी अशोक गुप्ता ने बताया कि मालिक लोकेश जैन यहां थोड़ी मात्रा में असली घी लेता था और उसमें सोयाबीन, डालडा और एसेंस (फ्लेवर) मिलाकर डिब्बे में पैक कर देता था। यहां नोवा और सरस ब्रांड को 15-15 और 1-1 किलो में पैक किया जा रहा था, जबकि कृष्णा और अमूल को 15-15 किलो में पैक किया जा रहा था। यहां से सैंपल भी लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा।

1 टिन की कीमत 4200 रुपए
खाद्य सुरक्षा अधिकारी अशोक गुप्ता ने बताया कि आरोपी ऐसी पैकिंग कर रहे थे कि असली और नकली में फर्क करना मुश्किल था। मौके पर 1500 किलो घी मिला। बाकी की गिनती रॉ मैटेरियल के जरिए की जा रही है।पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है, उन्होंने बताया है कि 1 टिन बाजार में 4200 रुपए के हिसाब से बेचा जा रहा था। यहां से हर दिन 150 किलो घी बाजार में खपाया जा रहा था। शादियों और त्योहारी सीजन में इससे ज्यादा की खपत होती थी। यह घी गांवों में सप्लाई किया जा रहा था।