Aapka Rajasthan

Tonk शिक्षकों के देर से आने पर ग्रामीण परेशान, उच्च अधिकारियों से की शिकायत

 
Tonk शिक्षकों के देर से आने पर ग्रामीण परेशान, उच्च अधिकारियों से की शिकायत

टोंक न्यूज़ डेस्क, टोंक राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल सोप में प्रिंसिपल, टीचरों की लेट लतीफी से परेशान सरपंच, एसएमसी अध्यक्ष का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। ये लोग सोमवार सुबह 8 बजे स्कूल पहुंचे, जहां मौके पर स्कूल स्टाफ के 22 लोगों से केवल 7 लोग मौजूद थे। उपस्थित रजिस्ट्रर में गैरमौजूद स्टाफ के नाम के आगे किसी भी प्रकार का अवकाश भी अंकित नहीं था। इस पर सरपंच, एसएमसी अध्यक्ष, ग्रामीणों ने कार्यवाहक प्रिंसिपल से सवाल जवाब किए और आरोप लगाया कि यहां 9 बजे तक भी शिक्षक आते है, उसके बावजूद उनकी एप्सेंट नहीं लगाई जाती है। इसके चलते बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। प्रिंसिपल भी कई दिनों तक गैरमौजूद रहती है और आकर उपस्थिति लगा देती हैं । पोषाहार की भी गुणवत्ता खराब है। इन सबकी शिकायत लोगों ने उच्चाधिकारियों से की हैं.

ज्ञात रहे कि राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल सोप में प्रिंसिपल भी समय पर नहीं आती है और कई दिनों तक नदारद रहती है। उपस्थित रजिस्टर में उनके नाम के आगे कॉलम खाली छोड़ देती है। ग्रामीणों का आरोप है कि किसी को पता नहीं चले तो उसमें एक दो दिन बाद आकर हाजरी कर देती हैं। अभी एक सप्ताह से प्रिंसिपल स्कूल नहीं आ रही है। उस दिन ग्रामीणों का दवाब देखकर लीव लगा दी। वहीं 13 सितंबर से मेडिकल लीव बता रखा है । अधिकांश शिक्षक टोंक, सवाई माधोपुर से डेली अप-डाउन कर रोजाना 9 बजे के बाद तक स्कूल पहुंचते है। जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है।

सोमवार सुबह करीब 8 बजे सरपंच किसकंदा खटीक, एसएमसी अध्यक्ष सूरज कुमार मेहरा, समाजसेवी करण सिंह हाड़ा, गजेन्द्र सिंह हाड़ा, सोजी लाल धाकड़,महावीर प्रसाद धाकड़,चिरंजी लाल खटीक, रामस्वरूप नामा,कन्हैया लाल गुर्जर,पूर्व वार्ड पंच मोहन लाल धाकड़ आदि ग्रामीण स्कूल का निरीक्षण करने गए। साथ ही अवगत कराया कि शिक्षकों के की लेट लतीफ के चलते नामांकन पर भी असर पड़ा है । इसी साल दो सौ का नामांकन कम हो गया है। उधर इस मामले में कार्य वाहक प्रधानाचार्य महेश रैगर का कहना है कि वे नियमानुसार ड्यूटी कर रहे है।