राजस्थान के इस जिले में नगर पालिका में विलय के फैसले पर भड़के ग्रामीण, कई घंटे तक सड़क पर लगाए रखा जाम

बूढ़ा देवल ग्राम पंचायत को नवगठित लांबाहरिसिंह नगर पालिका में शामिल करने के विरोध में शनिवार सुबह 8 बजे ग्रामीण लांबाहरिसिंह-केकड़ी मार्ग स्थित देवल मुख्य बस स्टैण्ड पर धरने पर बैठ गए। बूढ़ा देवल ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने बस स्टैण्ड पर टायर जलाए, नारेबाजी की तथा विरोध प्रदर्शन कर सड़क मार्ग को जाम कर दिया। इससे कई वाहन जाम में फंस गए। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस व नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे तथा लोगों को समझाया, लेकिन दोपहर तक लोग नहीं समझे। ग्रामीणों का कहना था कि एसडीएम मौके पर आकर इस पंचायत को नगर पालिका से हटाने का पुख्ता आश्वासन देंगे, उसके बाद ही वे धरना समाप्त करेंगे।
प्रशासन के समझाने पर उन्होंने दोपहर 12 बजे धरना समाप्त कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत देवल को नगर पालिका लांबाहरिसिंह में मिलाया जा रहा है। यह नियमों के विरुद्ध है, क्योंकि लांबाहरिसिंह 12 किमी दूर है। यह परिसीमन से बाहर है, जबकि मोरला 5 किमी, बगड़ी 6 किमी, देवपुरा 500 मीटर दूर है, फिर भी इन्हें लाम्बाहरिसिंह पालिका में शामिल नहीं किया जा रहा है, बल्कि राजनीतिक उद्देश्य से देवल ग्राम पंचायत को नगर पालिका में मिलाया जा रहा है।
इससे नाराज ग्रामीणों ने आज बस स्टैण्ड पर टायर जलाए और नारेबाजी की। इसके बाद सड़क जाम कर वहीं धरने पर बैठ गए। इसकी सूचना मिलने पर साढ़े नौ बजे नायब तहसीलदार जयसिंह पहुंचे और समझाइश की, लेकिन ग्रामीण एसडीएम को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। जरूरी काम होने के कारण वे नहीं आए। ऐसे में लोगों ने दोपहर करीब 12 बजे नायब तहसीलदार जयसिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर जाम हटा लिया, लेकिन चेतावनी दी कि यदि देवल को नगर पालिका में शामिल किया गया तो चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। आंदोलन को और बड़ा किया जाएगा।