Tonk युवाओं को पर्यावरण संरक्षण और रचनात्मक कार्यों के लिए प्रेरित करेंगे
टोंक न्यूज़ डेस्क, राजस्थान पेंशनर समाज सामाजिक सरोकार के साथ-साथ युवाओं को रचनात्मक दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित करेगा। साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी अपना योगदान देगा। इसको लेकर रविवार को पेंशनर समाज कार्यालय में चर्चा हुई। साथ ही 'प्राचीन रहस्यों का जिला टोंक' पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर प्रो. रामेश्वर शर्मा ने इतिहास लेखन कला के बारे में जानकारी दी तथा रचनात्मक दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। समाज अध्यक्ष बृजबिहारी शर्मा, डॉ. गोपाल माहेश्वरी, विजय सक्सेना, हनुमान सिंह सोलंकी, प्रहलाद निमावत, नीलिमा सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त कर रचनात्मक दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही सामाजिक सरोकार से परिपूर्ण कार्य करने व पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने पर भी चर्चा की। इस अवसर पर पेंशनर समाज के लोगों ने सार्थक जानकारी के साथ-साथ अपने अनुभव साझा किए तथा आगामी दिनों में पौधारोपण करने पर भी चर्चा की। पत्रकारिता के क्षेत्र में लंबे समय से कार्य कर रहे एम.
असलम के कार्य व टोंक के महत्व पर लिखी गई उनकी पुस्तकों की भी सराहना की गई। साथ ही उन्हें शॉल व पगड़ी भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बृजबिहारी शर्मा, प्रो. रामेश्वर शर्मा, प्रहलाद निमावत, डॉ. गोपाल माहेश्वरी, हनुमान सोलंकी, विजय सक्सेना, अख्तर हुसैन, राम फूल मीना, नीलिमा सिंह, रशीद भाई, भगवान सिंह, हर्षिता जैन, केदार नारायण शर्मा, बाबूलाल जैन, पदम जैन, ओमप्रकाश महावर आदि मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि प्राचीन रहस्यों का जिला टोंक एक ऐसी पुस्तक है जो टोंक के प्राचीन इतिहास पर प्रकाश डालने के साथ ही कला व साहित्य के क्षेत्र में जिले के महत्व को प्रस्तुत करती है, साथ ही युवाओं को शोध के लिए प्रेरित करती है। अनेक संगठनों ने एम. असलम की प्रशंसा करते हुए उनकी सराहना की है। पेंशनर समाज ने भी उनकी पुस्तक का विमोचन किया तथा इसके बारे में जानकारी साझा की। एम. असलम ने इस अवसर पर कहा कि इस पुस्तक में टोंक के महत्व को बताने वाले तथ्य साझा किए गए हैं। इससे युवाओं को इसका रचनात्मक तरीके से अध्ययन करने की प्रेरणा मिली है।