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Tonk जलदाय कमचारियों ने कलेक्ट्रेट ऑफिस पर किया प्रदर्शन

 
Tonk जलदाय कमचारियों ने कलेक्ट्रेट ऑफिस पर किया प्रदर्शन

टोंक न्यूज़ डेस्क, जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट व जलदाय विभाग के एसी कार्यालय पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। जलदाय विभाग के कार्यों को राजस्थान जलदाय एवं सीवरेज निगम को हस्तांतरित करने के विरोध में प्रांतीय नल मजदूर संघ इंटक व संयुक्त संघर्ष समिति जन-स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग टोंक के संयुक्त बैनर तले दोपहर में यह प्रदर्शन किया गया। कार्यों को हस्तांतरित करने के विरोध में जलदाय कर्मचारियों ने सबसे पहले दोपहर 12 बजे जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया।

बाद में हाथों पर काली पट्टी बांधकर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। इस दौरान मोहित खिंची, महेंद्र गुर्जर, रामसिंह राजावत, हनुमान, छोटू माली, राजेंद्र, दीपक अग्रवाल, राहुल, सुमन पटेल, कृष्णा रेगर, रश्मि गुणावत, संतोष, संजू बी, रमेश माली, गोविंद शर्मा, रामलाल सैनी, चुन्नीलाल महावर, शफी मोहम्मद, गोविंद शर्मा, शफी मोहम्मद, मुन्नालाल आदि ने बताया कि जलदाय विभाग के कर्मचारियों ने बजट 2024-25 की घोषणा के अनुसार पीएचईडी कार्यों को आरडब्ल्यूएसएससी को हस्तांतरित करने का विरोध किया है। उनका कहना है कि इन कार्यों के हस्तांतरण के बाद लोगों को न तो उचित दरों पर शुद्ध पेयजल मिलेगा और न ही जलदाय कर्मचारियों को मासिक वेतन,

पेंशन का भुगतान समय पर मिलेगा, क्योंकि राजस्थान जलदाय एवं सीवरेज निगम शुरू से ही कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। कर्ज चुकाने के लिए नागरिकों से जल राजस्व वसूलने के लिए जल शुल्क में बढ़ोतरी की जाएगी। जिससे उपभोक्ताओं को आर्थिक बोझ उठाना पड़ेगा। संघ टोंक के अध्यक्ष बालूराम सैनी व महासचिव राजेश चौहान का कहना है कि इतना ही नहीं पीएचईडी से जुड़े काम जैसे हैंडपंप, ट्यूबवेल व जल योजनाओं से जुड़े सभी कामों के लिए लोन लेना पड़ेगा। लोन के अभाव में कामों की स्वीकृतियां जारी नहीं हो पाएंगी। जिससे प्रदेश की पेयजल व्यवस्था प्रभावित होगी।