Tonk में दिल का दौरा रोकने के लिए सीपीआर प्रशिक्षण दिया
टोंक न्यूज़ डेस्क, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ यूनानी टोंक में कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इसमें हार्ट अटैक के मरीजों को बचाने के लिए मरीजों को सीपीआर देने की ट्रेनिंग दी गई।
कॉलेज प्राचार्य डॉ. मोहम्मद इरशाद खान ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (विधि) प्रदीप कुमार प्रजापति थे।
प्रोफेसर प्रदीप कुमार प्रजापति ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें थ्योरी के साथ-साथ यथासंभव प्रैक्टिकल कार्य भी करना चाहिए। चिकित्सा क्षेत्र में व्यावहारिक बातों का बहुत महत्व है। यदि हमें लोगों को चिकित्सा का सच्चा एवं उचित लाभ पहुंचाना है तो हमें सिद्धांत के साथ-साथ प्रयोग में भी दक्ष होना चाहिए।
मीडिया प्रभारी डॉ सरफराज अहमद ने बताया कि यह कार्यक्रम मानव संसाधन विकास केंद्र के सौजन्य से आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मानव संसाधन विकास केंद्र के निदेशक डॉ. राकेश शर्मा थे। कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन प्रोग्राम के विशेषज्ञ प्रशिक्षक मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र तातेड़ थे। उन्होंने कॉलेज और अस्पताल के शिक्षकों, छात्रों, डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को सीपीआर में प्रशिक्षित किया। उन्होंने बताया कि सीपीआर एक तरह का फर्स्ट एड यानी प्राथमिक उपचार है। जब किसी पीड़ित को सांस लेने में परेशानी हो रही हो या दिल ने धड़कना बंद कर दिया हो, तो तत्काल सीपीआर से बचने की संभावना बढ़ जाती है। कॉलेज की उप प्राचार्य डॉ. नाजिया शमशाद ने बताया कि इस अवसर पर यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में वृक्षारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया.