Tonk भक्तो ने सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत का उठाया आनंद
टोंक न्यूज़ डेस्क, उपखंड क्षेत्र के हरिपुरा में तेजाजी मंदिर के पास चल रही सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथावाचक पंडित बद्रीनारायण शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथावाचक ने भगवान श्रीकृष्ण के गोवर्धन धारण और रुक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि महाराज भीष्म अपनी पुत्री रुक्मिणी का विवाह श्रीकृष्ण से करना चाहते थे, लेकिन उनके पुत्र तैयार नहीं थे। वह रुक्मिणी का विवाह शिशुपाल से करना चाहता था।
रुक्मिणी इसके लिए तैयार नहीं थीं. विवाह रीति के अनुसार जब रुक्मिणी माता पूजन के लिए आईं। तब श्रीकृष्ण ने उन्हें अपने रथ में बैठा लिया। इसके बाद रुक्मिणी का विवाह श्रीकृष्ण से हो गया। ईश्वर के अतिरिक्त संसार में ऐसी लीला कोई नहीं कर सकता।
इस दौरान पं.दीनदयाल जैमन, दिनेश शर्मा, रामावतार पाराशर, गोविंद नारायण शर्मा, सीताराम, हनुमान, रामकिशोर, कैलाशचंद, रामदयाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा महाआरती कर कथा का समापन किया गया।