धीरे-धीरे बीसलपुर बांध का पानी गटक रहे सूर्य देवता! 3 शहरों की जल आपूर्ति पर मंडरा रहा खतरा, अधिकारी भी चिंतित
बीसलपुर बांध से जयपुर, अजमेर व टोंक जिलों में पीने के लिए जितना पानी लिया जा रहा है, उतना ही पानी सूर्य अपनी तेज किरणों से प्रतिदिन पी रहा है। तापमान बढ़ने के साथ ही बांध में जलभराव होने से वाष्पीकरण भी बढ़ने लगा है। बांध परियोजना के अनुसार प्रतिदिन आधा सेंटीमीटर पानी वाष्पीकरण व अन्य कारणों से खर्च हो रहा है। इतना ही पानी जलापूर्ति में उपयोग हो रहा है। यह करीब एक माह में कुल 15 सेंटीमीटर होता है। ऐसे में एक माह में वाष्पित होने वाले पानी से राजधानी के साथ अजमेर व टोंक जिलों की एक पखवाड़े तक प्यास बुझ सकती है। बांध परियोजना अभियंताओं ने बताया कि बांध से नहरों में छोड़े जा रहे पानी के दौरान तापमान कम दर्ज किया जा रहा था, जिससे वाष्पीकरण भी कम हो रहा था। नहरें बंद होने के बाद तापमान बढ़ रहा है, जिससे वाष्पीकरण भी बढ़ रहा है। बांध से जलापूर्ति, वाष्पीकरण और नहरों से सिंचाई को लेकर 3 अप्रैल तक 13.04 टीएमसी पानी की कमी दर्ज की गई है।
जलभराव वाला क्षेत्र गर्म होने लगा
तापमान बढ़ने के साथ ही बांध का जलभराव वाला क्षेत्र भी दिन में गर्म होने लगा है। जलभराव वाला क्षेत्र गर्म होने के कारण मछली पकड़ने के लिए बांध में चलने वाली नावें भी दोपहर में किनारे पर आकर खड़ी होने लगी हैं, वहीं नावों पर सवार मछुआरे तिरपाल या कपड़े की छाया बनाकर गर्मी से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं।
ऐसे हुई कमी
जानकारी के अनुसार अगस्त से अक्टूबर तक रोजाना एक सेमी जलस्तर में कमी आई है। नवंबर से फरवरी तक नहरों से सिंचाई के कारण रोजाना डेढ़ सेमी कमी आई है और अप्रैल में नहरें बंद रहने के बावजूद रोजाना एक से डेढ़ सेमी की दर से कमी आई है।
पिछले दिनों का आंकड़ा
3 अप्रैल - 313.62 आरएल मीटर टीएमसी 25.665
4 अप्रैल - 313.60 आरएल मीटर टीएमसी 25.527
5 अप्रैल - 313.59 आरएल मीटर टीएमसी 25.456
6 अप्रैल - 313.58 आरएल मीटर टीएमसी 25.389
7 अप्रैल - 313.57 आरएल मीटर टीएमसी 25.320.
आधा सेंटीमीटर पानी की कमी दर्ज की गई
जलापूर्ति के लिए पीएचईडी विभाग अपने स्तर पर बांध से कम या ज्यादा पानी ले सकता है। फिलहाल बांध से हर दिन करीब आधा सेंटीमीटर पानी की कमी दर्ज की जा रही है।
