शव रखकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाना पड़ा पुलिस को भारी! महिलाओं ने घेर-घेरकर की पिटाई, जानिए क्या है पूरा विवाद

शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने गई पुलिस को लोगों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। एक कांस्टेबल को महिलाओं ने घेर लिया। उसके बाल खींचे और थप्पड़ मारे। वह बमुश्किल उनके चंगुल से छूटकर भागा। घटना टोंक के देवली क्षेत्र की है।
अब पढ़िए...क्या था मामला?
टोंक जिले के देवली के राजमहल गांव (वनपाल नाका के पास) में बजरी से भरे ट्रैक्टर ने पप्पू (27) को कुचल दिया। 2 जुलाई की रात करीब 10 बजे हुई इस घटना में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने शव को देवली-राजमहल मार्ग पर रखकर धरना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही थानाधिकारी मनोज कुमार मीना, देवली पुलिस उपाधीक्षक रामसिंह, देवली थाना प्रभारी दौलतराम और देवली-उनियारा विधायक राजेंद्र गुर्जर मौके पर पहुंचे।
सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता की मांग
पप्पू का परिवार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई, सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता की मांग कर रहा है। गुरुवार सुबह करीब 8 बजे विधायक राजेंद्र गुर्जर और प्रशासन के अधिकारी परिजनों को पोस्टमार्टम और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दे रहे थे। इसी दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस दौरान प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने एक कांस्टेबल को घेर लिया। उसे बुरी तरह पीटा। कई पुलिसकर्मियों ने भागकर अपनी जान बचाई।
बजरी को लेकर दो लोगों के बीच विवाद
उपखंड अधिकारी मनोज कुमार मीना ने बताया कि यह मामला बजरी को लेकर दो लोगों के बीच विवाद का है। घटना के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया है कि उन्हें हरसंभव मदद दी जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।